New Delhi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए Al-Falah विश्वविद्यालय के प्रमुख और संस्थापक जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। उन पर छात्रों और अभिभावकों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। दिल्ली की एक अदालत ने सिद्दीकी को 1 दिसंबर तक, यानी 13 दिनों के लिए ED की हिरासत (रिमांड) में भेज दिया है।जांच एजेंसी का दावा है कि सिद्दीकी ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे 415 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की और इन पैसों का इस्तेमाल निजी हितों के लिए किया।

Al-Falah University: आतंकी हमले से जुड़े तार
विश्वविद्यालय की भूमिका तब संदेह के घेरे में आई, जब 10 नवंबर को लाल किले के पास एक आत्मघाती हमला हुआ। सुरक्षा एजेंसियों की जांच में खुलासा हुआ कि इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकी मॉड्यूल के कई सदस्य अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए थे। इसी खुलासे के बाद संस्थान की वित्तीय जांच शुरू हुई और ED ने छापेमारी की।
क्या है पूरा मामला?
ED ने दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की दो एफआईआर के आधार पर यह कार्रवाई की है। जांच में निम्नलिखित आरोप लगाए गए हैं:
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फर्जी मान्यता: अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट ने NAAC और UGC की मान्यता के बारे में झूठे दावे किए और जाली दस्तावेज तैयार किए।
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छात्रों से ठगी: इन फर्जी दावों के दम पर छात्रों को दाखिले के लिए फंसाया गया और फीस के नाम पर ₹415.10 करोड़ जुटाए गए।
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फंड डायवर्जन: एजेंसी का आरोप है कि ट्रस्ट के नाम पर जुटाया गया पैसा शिक्षा में लगाने के बजाय सिद्दीकी ने अपनी निजी संपत्तियों और हितों में लगा दिया।
कोर्ट में दलीलें: विदेश भागने का खतरा
बुधवार को जवाद सिद्दीकी को एडिशनल सेशंस जज शीतल चौधरी प्रधान के समक्ष पेश किया गया। ED ने 14 दिनों की रिमांड मांगते हुए कोर्ट में कहा:
“आरोपी के पास असीमित आर्थिक संसाधन और रसूख है। उनके परिवार के सदस्य खाड़ी देशों (गल्फ) में रहते हैं, इसलिए पूरी संभावना है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वह देश छोड़कर भाग सकते हैं।”
अदालत ने मामले की गंभीरता और आरोपी के पुराने आर्थिक अपराधों के इतिहास को देखते हुए कस्टडी की मंजूरी दे दी।
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बचाव पक्ष का दावा
जवाद अहमद के वकील ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है और उन्हें गलत बताया है। उनकी गिरफ्तारी से पहले ED ने अल-फलाह समूह के कई ठिकानों पर दिन भर छापेमारी की थी।
मामले के मुख्य बिंदु
| विवरण | जानकारी |
| आरोपी | जवाद अहमद सिद्दीकी (संस्थापक, अल-फलाह यूनिवर्सिटी) |
| घोटाले की राशि | ₹415.10 करोड़ |
| आरोप | NAAC/UGC के फर्जी दस्तावेज बनाकर फीस वसूलना |
| जांच का कारण | 10 नवंबर का लाल किला आत्मघाती हमला (आतंकी कनेक्शन) |
| मौजूदा स्थिति | 1 दिसंबर तक ED की रिमांड में |






