दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और झारखंड ATS ने शुक्रवार को लोहरदगा जिले में एक संयुक्त छापेमारी के दौरान Al-Qaeda से जुड़े एक संदिग्ध आतंकी शाहबाज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी कई दिनों की जांच और खुफिया जानकारी के आधार पर की गई।
Al-Qaeda News: भिवाड़ी में आतंकी प्रशिक्षण का खुलासा
जांच में पता चला कि राजस्थान के भिवाड़ी में अलकायदा का प्रशिक्षण कैंप चल रहा था, जहां झारखंड समेत कई राज्यों के लोगों को आतंकी ट्रेनिंग दी जा रही थी। शाहबाज अंसारी ने 2024 में इस कैंप में दो दिनों की ट्रेनिंग ली थी। तीसरे दिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छापेमारी की थी, लेकिन शाहबाज वहां से भागने में कामयाब रहा।
अचानक छापेमारी से गिरफ्तारी
संदिग्ध शाहबाज अंसारी, जो झारखंड के रांची जिले के चान्हो का रहने वाला है, कई महीनों से फरार था। खुफिया जानकारी के आधार पर स्पेशल टीम ने झारखंड एटीएस के सहयोग से लोहरदगा के सेन्हा क्षेत्र में छापा मारा और उसे गिरफ्तार किया।
Al-Qaeda News: संदिग्ध की संपत्ति पर सवाल
शाहबाज अंसारी ने हाल के दिनों में काफी संपत्ति इकट्ठा की है। सूत्रों के अनुसार, उसके पास ट्रक, बोलेरो, कार, और अन्य संपत्तियां हैं। पहले वह मछली पकड़ने और ऑटो चलाने का काम करता था, लेकिन हाल के समय में उसकी संपत्ति में असामान्य रूप से वृद्धि देखी गई।
यह भी पढ़े: लाठीचार्ज के बाद Prashant Kishor पर सवाल, वायरल वीडियो का सच और उनकी प्रतिक्रिया
प्रशिक्षण के दौरान गतिविधियां और भागने की कहानी
शाहबाज ने खुलासा किया कि भिवाड़ी में ट्रेनिंग का समय एक सप्ताह का था, लेकिन वह केवल दो दिन ही ट्रेनिंग ले सका। तीसरे दिन दिल्ली पुलिस की छापेमारी के बाद वह भाग गया। फरारी के दौरान उसने राजस्थान और उत्तर प्रदेश में नाम बदलकर शरण ली।
गिरफ्तारी से जुड़े अन्य घटनाक्रम
2023 से अब तक झारखंड के लोहरदगा जिले में अलकायदा और आईएसआईएस से जुड़े दो संदिग्ध गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि एक अभी भी फरार है। शाहबाज से पहले 2024 में अल्ताफ अंसारी को गिरफ्तार करने की कोशिश हुई थी, लेकिन वह फरार हो गया था।
डॉ. इश्तियाक का संदिग्ध कनेक्शन
शाहबाज ने पूछताछ में यह भी बताया कि उसे डॉ. इश्तियाक ने आतंकी संगठन से जोड़ा था और राजस्थान ट्रेनिंग के लिए भेजा था। फरारी के दौरान शाहबाज ने अपने नाम और पहचान बदल ली थी।
इस ऑपरेशन ने झारखंड और अन्य राज्यों में आतंकी गतिविधियों के नेटवर्क पर एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस और एटीएस की संयुक्त कार्रवाई ने एक बड़े आतंकी खतरे को टालने में मदद की है। फिलहाल, शाहबाज अंसारी से पूछताछ जारी है, और अन्य संदिग्धों की तलाश की जा रही है।