Ranchi: झारखंड में कांग्रेस विधायक Amba Prasad की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. विधायक के घर में छापेमारी के पश्चात अब ईडी ने अंबा प्रसाद को समन भेज दिया है.
Amba Prasad के आवास एवं अन्य ठिकानों पर छापेमारी
विधायक अंबा प्रसाद को केंद्रीय जांच एजेंसी ने 4 अप्रैल को बुलाया है तो वही उनके भाई अंकित साहब को 5 अप्रैल को बुलाया है. 12 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध रेट खनन के साथ जमीन के कब्जे एवं वसूली से संबंधित मामलों में अंबा प्रसाद के आवास एवं अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी.
अवैध खनन एवं कारोबार से जुड़ा खुलासा हुआ
छापेमारी के चलते मिले हुए दस्तावेज, सीईओ ऑफिस के फर्जी स्टांप एवं बैंक स्टैंप, हस्त लिखित रशीद एवं डायरी में दर्ज रिकार्ड के साथ सैकड़ो जमीन के डीडी के संबंध में सभी से पूछताछ होगी. ज्ञात हो कि बीते दो दिन विधायक अंबा एवं योगेंद्र से जुड़े 20 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की थी. छापेमारी पूरी होने के पश्चात प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि छापेमारी के चलते झारखंड में बड़े पैमाने पर रेत के अवैध खनन एवं कारोबार से जुड़ा खुलासा हुआ है.
प्रवर्तन निदेशालय ने 35 लख रुपए की नगदी तथा दस्तावेज जब्त किए
गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि बड़का गांव विधायक एवं उनके परिजन व करीबी अवैध रेत के कारोबार में शामिल थे. अंबा प्रसाद झारखंड के बड़का गांव सीट से विधायक है. गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच के तहत झारखंड के कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद, उनके पिता एवं पूर्व मंत्री योगेंद्र साव समेत अन्य के खिलाफ छापेमारी में लगभग 35 लख रुपए की नगदी तथा दस्तावेज जब्त किए हैं.
यह कैसे झारखंड पुलिस की तरफ से आईपीसी एवं आर्म्स एक्ट के अंतर्गत साव एवं उनके परिवार के सदस्यों तथा सहयोगियों के खिलाफ दर्ज 15 फिर पर आधारित है.
प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि मंगलवार को जबरन वसूली एवं अवैध रेत खनन तथा भूमि कब्जा से संबंधित मामले में अंबा प्रसाद, साव एवं अन्य के परिसरों पर धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत छापा मारा गया था. प्रवर्तन निदेशालय ने यह स्पष्ट रूप से नहीं बताया है की नगदी एवं दस्तावेज कहां से जब्त किए गए हैं.