क्या बिहार में सीएम Nitish Kumar ने अपना उत्तराधिकारी चुन लिया है? इसकी चर्चा सियासी गलियारे में अब शुरू हो गई है. इस चर्चा के पीछे का कारण भी सामने आ गया है.
Nitish Kumar News: आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा जदयू का दामन थामने वाले हैं
चर्चित आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू का दामन थामने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक कल 9 जुलाई को वह जनता दल यूनाइटेड की सदस्यता ग्रहण करेंगे. वर्ष 2014 में मनीष कुमार वर्मा पटना के जिला अधिकारी के पद पर कार्य कर रहे थे. इसके पश्चात उन्हें पूर्णिया का भी डीएम बनाया गया था. मूल रूप से मनीष कुमार नालंदा के रहने वाले हैं और उनका जन्म 1974 में नालंदा में हुआ था. नीतीश कुमार की जाति से आने के साथ ही वह उनके करीबी रिश्तेदार भी बताए जा रहे हैं.
5 साल के लिए आ गए बिहार…
साल 2000 में वे उड़ीसा कैडर के आईएएस अधिकारी बने तथा सबसे पहले उड़ीसा के कालाहांडी में सब कलेक्टर बनाए गए थे. इसके पश्चात हुए रायगढ़, गुनपुर में एसडीएम के पद पर रहे. मनीष कुमार वर्मा को नौकरी में 5 वर्ष पश्चात पहली बार मलकानगिरी जिले का डीएम बनाया गया था. वर्ष 2012 तक में उड़ीसा में कई जिलों के डीएम रहे परंतु 2012 के पश्चात उड़ीसा छोड़कर इंटर स्टेट डेपुटेशन में 5 वर्ष के लिए बिहार आ गए.
यह भी पढ़े: गुमला के पालकोट में किया गया राहुल गांधी का पुतला दहन
मनीष कुमार वर्मा ने वीआरएस लेकर छोड़ दी नौकरी
बिहार आते ही सीएम नीतीश कुमार ने मनीष कुमार वर्मा को बड़ी जिम्मेदारी दे दी. पुनिया एवं पटना के जिलाधिकारी के रूप में कार्य करने का मौका दिया. पटना के गांधी मैदान में उनके ही कार्यकाल में रावण वध के दौरान बड़ी घटना हुई थी. बिहार में 5 वर्ष रहने के दौरान उन्हें सीएम के सचिव के तौर पर भी कार्य करने का मौका दिया गया.
23 मार्च 2018 को 5 वर्ष पूरे हुए तो भारत सरकार की मंत्रिमंडलीय नियुक्ति समिति की तरफ से लेटर जारी किया गया एवं इन्हें वापस उड़ीसा भेजो जाने लगा तो इस पर मनीष कुमार वर्मा ने इनकार कर दिया. वीआरएस लेकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी.
परामर्शी पद का सृजन मनीष कुमार वर्मा के लिए ही हुआ था
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2022 के फरवरी महीने में मनीष कुमार वर्मा को एक बड़ा तोहफा दिया था. 2 फरवरी 2022 को कैबिनेट की बैठक में बिहार के सीएम के लिए अतिरिक्त परामर्श पद के सृजन के साथ इस पर मुहर लगाई गई थी. उसे समय चर्चा जोड़ों पर हुई थी कि आखिर सीएम किसे अपने खास अधिकारी के रूप में रखेंगे. वही यह तय हो गया था कि यह पद खासकर सृजन इसलिए किया गया है कि वह अपने करीबी आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा को ही अपना परामर्शी बनाएंगे. मनीष कुमार वर्मा उसे समय सीएम के परामर्श बनाए गए थे.