झारखंड के CM Hemant Soren और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
असम में विरोध जताने या सवाल पूछने पर लोगों को जेल भेजा जा रहा है: Hemant Soren
Hemant Soren ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से असम में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में, लोकतांत्रिक रूप से उनके खिलाफ सवाल उठाए गए, लेकिन उन्होंने किसी पर भी दबाव नहीं बनाया। उन्होंने भाजपा शासन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि असम में विरोध जताने या सवाल पूछने पर लोगों को जेल भेजा जा रहा है, और यह प्रवृत्ति झारखंड में भी लाने की कोशिश की जा रही है।
पप्पू यादव का आरोप: हिमंत बिस्वा सरमा को बताया ‘भ्रष्टाचार का जनक’
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने हिमंत बिस्वा सरमा को व्यापारियों के बीच “रावण” की तरह बताया और उन पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया। पप्पू यादव ने कहा कि सरमा का परिवार चाय बागानों की कई कंपनियों में हिस्सेदारी रखता है। शारदा चीट फंड घोटाला मामले का हवाला देते हुए यादव ने दावा किया कि असम के सीएम की पत्नी के बैंक खाते में इस घोटाले के पैसे भेजे गए थे।
पप्पू यादव ने यह भी आरोप लगाया कि असम के रास्ते हो रही तस्करी से करोड़ों की अवैध वसूली होती है, जिसमें पशु, सुपारी, कोयला और दवाओं की तस्करी शामिल है। उन्होंने कहा कि इस अवैध व्यापार से प्रतिदिन लगभग 100 करोड़ रुपये की वसूली होती है, और केंद्र सरकार ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया। पप्पू यादव ने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलती है, लेकिन असम के मुख्यमंत्री खुद इस भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
घुसपैठ पर सवाल, केंद्र सरकार की निष्क्रियता पर टिप्पणी
पप्पू यादव ने राज्य में हो रही घुसपैठ का मुद्दा भी उठाया और केंद्र सरकार की निष्क्रियता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में होने के बावजूद भी अगर घुसपैठ जारी है, तो यह उनके कार्यकाल की विफलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि शारदा चिट फंड घोटाले में हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ सीबीआई जांच न होने का कारण केंद्र सरकार की ओर से उनको मिल रही सुरक्षा है।
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इन तीखे आरोपों के बाद राजनीतिक गर्मी और बढ़ने की संभावना है, क्योंकि विपक्षी नेताओं ने सीधे भाजपा और असम के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के मुद्दे को हवा दी है।