Jharkhand में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए जनता दल यूनाइटेड ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी ने एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है और राज्य की 12 विधानसभा सीटों पर पूरी ताकत से उतरने की तैयारी कर रही है। इन सीटों पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठित करने और चुनावी तैयारियों को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
Jharkhand जदयू ने 12 विधानसभा सीटों को चिह्नित किया
झारखंड में जदयू ने उन 12 विधानसभा सीटों को चिह्नित किया है, जहां पार्टी को मजबूत स्थिति में माना जा रहा है। इन सीटों पर कार्यकर्ता सम्मेलनों की शुरुआत की जा रही है, ताकि पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनावी मैदान में उतारा जा सके और संभावित उम्मीदवारों की पहचान की जा सके। इन सम्मेलनों का उद्देश्य पार्टी नेतृत्व को जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं की स्थिति और चुनाव लड़ने की तैयारियों की जानकारी देना है।
छह विधानसभा सीटों पर कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित
जदयू ने पहले चरण में छह विधानसभा सीटों पर कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई है। इनमें से प्रत्येक सीट पर सम्मेलन की जिम्मेदारी उस क्षेत्र के प्रमुख दावेदारों को सौंपी गई है। इस प्रक्रिया की शुरुआत झरिया विधानसभा क्षेत्र से होगी, जहां 19 सितंबर को पिंटू सिंह के नेतृत्व में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसके बाद 22 सितंबर को टुंडी में दीपनारायण सिंह की अगुवाई में और 24 सितंबर को मांडू में दुष्यंत पटेल के नेतृत्व में सम्मेलन होगा।
इसके अलावा, छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में 28 सितंबर को पूर्व मंत्री सुधा चौधरी की अगुवाई में सम्मेलन आयोजित होगा। चतरा और मांडर विधानसभा क्षेत्रों में क्रमशः 29 और 30 सितंबर को केदार भुइयां और बिगा मिंज के नेतृत्व में सम्मेलन आयोजित होंगे। इन सम्मेलनों के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठित कर चुनावी तैयारियों को गति दी जाएगी।
जदयू की इस पूरी योजना में नीतीश कुमार की सक्रिय भागीदारी रहने की संभावना है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, दूसरे चरण के तहत जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में होने वाले सम्मेलन में नीतीश कुमार स्वयं शामिल हो सकते हैं। इससे कार्यकर्ताओं में उत्साह और जोश का संचार होगा।
नीतीश कुमार ने झारखंड में चिह्नित 12 विधानसभा सीटों पर एक माह के भीतर कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करने का निर्देश दिया है। सोमवार को आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में इस पर चर्चा हुई और सभी सम्मेलनों को पूरी ताकत और गंभीरता से आयोजित करने की बात कही गई।
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जदयू की यह चुनावी रणनीति स्पष्ट संकेत देती है कि पार्टी झारखंड में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने और एनडीए गठबंधन के साथ मिलकर विधानसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यकर्ता सम्मेलनों के माध्यम से पार्टी अपनी चुनावी तैयारियों को धार दे रही है और आगामी चुनावों में जीत की ओर बढ़ने की कोशिश कर रही है।