Jharkhand की मंईयां सम्मान योजना, जो महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, में गड़बड़ी का मामला सामने आया है।
बोकारो जिले में एक पुरुष ने गलत तरीके से इस योजना का लाभ उठाया। प्रशासन ने मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी से ब्याज सहित राशि वसूल कर ली और कानूनी कार्रवाई शुरू की।
Jharkhand News: आरोपी ने कैसे उठाया लाभ?
घटना बोकारो जिले की है, जहां आनंद प्रजापति नामक व्यक्ति, जो एक प्रज्ञा केंद्र चलाता है, ने इस योजना के लिए खुद को रजिस्टर कर लिया। योजना के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जब महिलाओं के खातों में आर्थिक सहायता भेजी, तो आनंद के खाते में भी पैसे ट्रांसफर हो गए। मामला उजागर होने के बाद, प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राशि वसूल ली और आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
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क्या है मंईयां सम्मान योजना?
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने चुनावी वादे को पूरा करते हुए इस योजना के तहत 18-50 वर्ष की महिलाओं को हर महीने ₹2500 देने का प्रावधान किया है। अब तक योजना की दो किश्तें जारी की जा चुकी हैं, और तीसरी किश्त जल्द आने वाली है।
प्रशासन का रुख सख्त
इस गड़बड़ी के सामने आने के बाद प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि योजना का लाभ केवल पात्र महिलाओं को मिलेगा। इस प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए निगरानी प्रक्रिया को और सख्त किया जाएगा।
योजना की साख पर सवाल
इस घटना ने मंईयां सम्मान योजना की क्रियान्वयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और आरोपी से वसूली ने यह स्पष्ट किया कि सरकार पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।