Jamtada: लकड़ी तस्करी और वन विभाग की टीम पर हमले के संगीन मामले में चार वर्षों से फरार चल रहे गाजून अंसारी के खिलाफ मिहिजाम पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। न्यायालय के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी के घर पर कुर्की-जब्ती का इश्तेहार चस्पा किया। यह कार्रवाई बाजा-गाजा और ढोल-नगाड़ों के साथ की गई, ताकि आसपास के लोगों को इसकी जानकारी हो और आरोपी पर सामाजिक दबाव बनाया जा सके।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गाजून अंसारी मिहिजाम के बाजरा पाड़ा का रहने वाला है और पेशे से वाहन चालक है। उस पर वर्ष 2022 में लकड़ी की तस्करी के दौरान वन विभाग की टीम पर हमला करने, चोरी और अन्य आपराधिक कृत्यों में शामिल होने का आरोप है। इस संबंध में मिहिजाम थाना में कांड संख्या 27/22 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
गाजून अंसारी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (लोकसेवक पर हमला), 383 (जबरन वसूली), 379 (चोरी), 341 (गलत तरीके से रोकना), 186 (लोक सेवक के कार्य में बाधा) और 34 (सामूहिक अपराध) के तहत केस दर्ज है। इस मामले में कुल नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से अधिकांश की गिरफ्तारी हो चुकी है। हालांकि गाजून अंसारी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।
थाना प्रभारी विवेकानंद दूबे ने बताया कि न्यायालय से गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद अब कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि यदि गाजून अंसारी जल्द ही आत्मसमर्पण करता है तो कुर्की की कार्रवाई रोकी जा सकती है, अन्यथा उसके संपत्ति की जब्ती की कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।
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स्थानीय लोगों ने भी इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए उम्मीद जताई है कि आरोपी जल्द गिरफ्तार होगा और कानून के अनुसार उसे सजा मिलेगी। पुलिस की इस कार्रवाई को कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक सख्त कदम माना जा रहा है।