Rajganj: राजगंज प्रखंड के बगदाहा शिव मंदिर परिसर में सोमवार को चड़क पूजा का भव्य आयोजन किया गया। चार दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान के तीसरे दिन भोगताघूरा कार्यक्रम में भक्तों ने अपनी आस्था की चरम सीमा का परिचय देते हुए लगभग 30 फीट ऊंचे लकड़ी के खूंटे के चारों ओर परिक्रमा की। विशेष बात यह रही कि भोगताओं ने अपने शरीर की पीठ में कीलें और त्रिशूल चुभाकर यह परिक्रमा पूरी की।
ढोल-ढाक की गूंज और पारंपरिक नृत्य के बीच, दो दर्जन से अधिक भोगता मंडप थान की परिक्रमा करते हुए अपनी भक्ति और तप का प्रदर्शन करते रहे। पूजा से पूर्व अहले सुबह भोगताओं ने विधिवत पूजा कर तालाब से खूंटे को निकाला, जिसे चड़क पूजा के समापन दिवस ‘नारता’ यानी मंगलवार को पुनः तालाब में विसर्जित कर दिया जाएगा।
इस वर्ष भी श्रद्धा और भक्ति से ओत-प्रोत रवि महतो ने अपने शरीर में दर्जनों कील और त्रिशूल चुभाकर आराधना की, जिसे देख श्रद्धालुओं में आस्था की लहर दौड़ गई। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु उमड़े, जिससे मंदिर परिसर में जनसैलाब उमड़ पड़ा। हालांकि, आयोजन के दौरान आई तेज आंधी और बारिश ने लोगों को थोड़ी परेशानियाँ भी दीं, लेकिन इससे उनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई।
पूरे आयोजन में चड़क पूजा समिति के अध्यक्ष हलधर महतो, हीरालाल महतो, मुखिया बाबूलाल महतो, पंसस धनन्जय प्रसाद महतो, दिलचन्द महतो, रामचन्द्र महतो, राजू महतो, उमेश महतो समेत कई स्थानीय लोग सक्रिय रूप से जुटे रहे और कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
रिपोर्ट: उत्तम विश्वकर्मा