Bokaro News: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक सरयू राय ने बोकारो में मीडिया से बातचीत के दौरान बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बोकारो सहित झारखंड के कई जिलों में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) फंड में व्यापक घोटाले हुए हैं, जिसकी निष्पक्ष जांच केवल केंद्र सरकार ही करा सकती है।
सरयू राय ने कहा कि राज्य सरकार से जांच की मांग करना तर्कसंगत नहीं है, क्योंकि जिन लोगों पर आरोप हैं, उन्हीं से जांच की उम्मीद करना उचित नहीं है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेता बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें राज्य सरकार से नहीं, बल्कि केंद्र सरकार से इस पूरे घोटाले की जांच की मांग करनी चाहिए थी।
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“सिर्फ बोकारो नहीं, अन्य जिलों में भी गड़बड़ी”
सरयू राय के अनुसार, बोकारो में DMFT फंड की निकासी अधिक हुई है, इसलिए यह मामला सुर्खियों में आया। लेकिन झारखंड के अन्य खनन जिलों जैसे रामगढ़, धनबाद, और सरायकेला-खरसांवा में भी इसी तरह की अनियमितताएं हैं। उन्होंने कहा कि ये फंड CCL (सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड), BCCL (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) जैसी कंपनियों के माध्यम से विकास कार्यों के लिए जारी किए जाते हैं।
“फंड का इस्तेमाल असली उद्देश्य से भटका”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई बार इन कंपनियों द्वारा पहले से किए गए विकास कार्यों को DMFT फंड के अंतर्गत दिखाकर इस फंड का दुरुपयोग किया जाता है। जनसरोकार से जुड़ी योजनाओं के बजाय फंड का इस्तेमाल अन्य कार्यों में किया जा रहा है।
“घोटाले में कई स्तरों पर संलिप्तता संभव”
सरयू राय ने आशंका जताई कि यह घोटाला सिर्फ निचले स्तर का नहीं है, बल्कि इसमें उच्च स्तर तक की संलिप्तता हो सकती है, जो केवल निष्पक्ष जांच से ही सामने आ पाएगा। उन्होंने बताया कि उन्होंने स्वयं तथा अन्य विधायकों ने विधानसभा में इस मुद्दे को कई बार उठाया है, लेकिन आज तक कोई ठोस जांच नहीं हुई।