Jharkhand News : राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) एक बार फिर सक्रिय हो गया है. साल 2025 में ईडी की यह पहली छापेमारी है. इधर, शुक्रवार (4 अप्रैल, 2025) को भी ईडी ने राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में करीब आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की है.आपको बता दें, ईडी की यह छापेमारी आयुष्मान भारत घोटाले से जुड़ी है. जानकारी के मुताबिक यह छापेमारी करीब 21 जगहों पर की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम पूर्व स्वास्थ्य मंत्री से जुड़े कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
बीमा कंपनी राज्य के गरीब मरीजों का हक छीन रही थी
दरअसल, आयुष्मान योजना से जुड़ी जिम्मेदारी निजी बीमा कंपनी को मिली थी लेकिन टेंडर खत्म होने के बाद भी बीमा कंपनी को लाभ दिया गया.ईडी को शक है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और बीमा कंपनी के बीच सांठगांठ है और इसीलिए टेंडर खत्म होने के बाद भी बीमा कंपनी को फायदा पहुंचाया गया. यानी बीमा कंपनी राज्य के गरीब मरीजों का हक छीन रही थी. अब राज्य में ईडी की इस कार्रवाई से स्वास्थ्य विभाग के कई लोग रडार पर आ सकते हैं.
जानकारी के मुताबिक, अगस्त 2023 में लोकसभा में पेश की गई CAG रिपोर्ट में आयुष्मान में बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था. इनमें राजधानी रांची के नौ अस्पताल समेत विभिन्न जिलों के 212 अस्पताल शामिल हैं. यह अस्पताल आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा कर सरकार को चूना लगा रहा था.सरकार की ओर से कराई गई विभिन्न स्तरों की जांच में इन अस्पतालों के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. आयुष्मान लाभार्थियों से पैसे लेकर इलाज करने और मरीज को भर्ती किए बिना ही आयुष्मान के तहत भुगतान लेने की भी शिकायतें मिलीं।
मामले को लेकर जब सरकार द्वारा संचालित 104 सेवा और अन्य जांच तंत्र के जरिए इन अस्पताल संचालकों द्वारा बताए गए मरीजों के इलाज की जानकारी ली गई तो सारा फर्जीवाड़ा सामने आ गया. इसलिए अस्पतालों का भुगतान रोक दिया गया.वहीं 78 अस्पतालों को अनियमितता के आरोप में आयुष्मान की सूची से हटा दिया गया। जबकि 89 अस्पतालों से करीब 1 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया. 250 से अधिक अस्पतालों का भी प्रदर्शन किया गया। वहीं एक अस्पताल संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आने के बाद ईडी ने अगस्त 2023 में स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर इससे जुड़ी जानकारी भी मांगी थी. ईडी जानना चाहता था कि झारखंड सरकार ने आयुष्मान भारत योजना में सूचीबद्ध अस्पतालों द्वारा किए गए कितने फर्जी दावों का पता लगाया है।इसके अलावा फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पतालों के खिलाफ दर्ज एफआईआर समेत की गई अन्य कार्रवाई की जानकारी मांगी गई। इसके जवाब में स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सात जिलों के 13 अस्पतालों की सूची ईडी को उपलब्ध करायी थी. इन अस्पतालों पर 500 से ज्यादा फर्जी दावे करने और अन्य तरह की धोखाधड़ी करने का आरोप है.