Patna: बिहार में शराबबंदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और जदयू नेता Lalan Singh के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।
शनिवार को तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शराबबंदी कानून पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि यह कानून दलितों और पिछड़े वर्गों को निशाना बनाने का जरिया बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब से माफिया ने करीब 40 हजार करोड़ की समानांतर अर्थव्यवस्था खड़ी कर ली है, जबकि कमजोर वर्ग के हजारों लोग जेलों में बंद हैं।
तेजस्वी के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए जदयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी यादव शराब माफिया से जुड़े हुए हैं और यही लोग उन्हें आर्थिक मदद पहुंचाते हैं। ललन सिंह ने कहा कि शराबबंदी कानून से किसी को नाहक परेशान नहीं किया जा रहा है, बल्कि तेजस्वी इसलिए इसका विरोध कर रहे हैं क्योंकि उनकी सांठगांठ माफियाओं से है।
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रविवार को पटना के बापू सभागार में भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर आयोजित “भीम संवाद” कार्यक्रम में पहुंचे ललन सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा।
इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने तेजस्वी के बचाव में उतरते हुए जदयू पर पलटवार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि असल में जदयू के नेता ही शराब माफिया के साथ मिले हुए हैं। उन्होंने हरनौत के उस जदयू प्रखंड अध्यक्ष का जिक्र किया, जिसकी शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई थी और जिस पर कार्रवाई की बजाय एक्साइज अफसर का ट्रांसफर करवा दिया गया।
तेजस्वी यादव पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि अगर उनकी सरकार बनती है तो ताड़ी को शराबबंदी के दायरे से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने शनिवार को सरकार पर हमला बोलते हुए पूछा कि अगर राज्य में शराबबंदी लागू है, तो फिर लाखों लीटर विदेशी शराब किस तरह पकड़ी जा रही है।