Bokaro: बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड के राजडेरवा गांव से गुजरात कमाने गए एक प्रवासी मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान रेशका हेंब्रम के रूप में हुई है, जो सूरत में एक निर्माणाधीन इमारत में सेटरिंग मिस्त्री का कार्य करता था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना 23 मई की रात की है। रेशका अपने साथी मजदूर मोहन मुर्मू और एक अन्य मजदूर के साथ छत पर खाना खाने के बाद सोया था। मोहन मुर्मू के अनुसार, सुबह चार बजे जब उसकी नींद खुली तो रेशका वहां नहीं था। खोजबीन करने पर रेशका बिल्डिंग के नीचे गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला। उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
स्थानीय पुलिस ने घटना की सूचना पर मौके पर पहुंच कर जांच की और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। रविवार की सुबह जब रेशका का शव उसके पैतृक गांव राजडेरवा पहुंचा, तो पूरे गांव में मातम पसर गया। परिजन और ग्रामीणों की आंखें नम थीं, और मृतक की पत्नी सोली मुनी देवी का रो-रोकर बुरा हाल था।
इस दुखद घटना को लेकर गांव में गहरा शोक है। प्रशासन ने इस मामले पर संज्ञान लिया है। गोमिया के बीडीओ महादेव कुमार महतो ने बताया कि मृतक के परिवार को सरकार की ओर से सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि रेशका की पत्नी को विधवा पेंशन, पारिवारिक लाभ और आपदा राहत कोष से मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
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रेशका हेंब्रम की असामयिक मौत ने एक बार फिर प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और जीवन स्थितियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गांव के लोगों ने भी प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।