रांची: Irfan Ansari: झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स (राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान) में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने बड़ा कदम उठाया है।
गुरुवार देर रात उन्होंने रिम्स निदेशक डॉ. राजकुमार को पद से बर्खास्त कर दिया। मंत्री ने यह कार्रवाई लापरवाही, आदेशों की अवहेलना और काम में जानबूझकर देरी के आरोपों के चलते की।
रिम्स की छवि सुधारने को लेकर गंभीर हैं Irfan Ansari
राज्य विधानसभा के हालिया सत्र में भी रिम्स की स्थिति को लेकर विपक्ष ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया था। इसके बाद से ही स्वास्थ्य मंत्री लगातार बैठकों और निरीक्षणों के ज़रिए सुधार की कोशिशों में जुटे हैं। उन्होंने साफ कहा कि अब किसी भी तरह की ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मंत्री Irfan Ansari का सख्त संदेश: “जो गलती करेगा, बख्शा नहीं जाएगा”
रिम्स निदेशक को हटाने के बाद मंत्री इरफान अंसारी ने बयान दिया, “मैं मंत्री बनने नहीं, काम करने आया हूं।” उन्होंने कहा कि जो अच्छा करेगा उसे इनाम मिलेगा, लेकिन जो सिस्टम को बिगाड़ेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी तंत्र को सुधारने के लिए अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
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बर्खास्तगी बनी चर्चा का विषय
डॉ. राजकुमार को निदेशक पद से हटाने की कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है। मंत्री के इस फैसले को “सिस्टम में सुधार और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस कदम” माना जा रहा है।
क्या कहते हैं सूत्र?
स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार, डॉ. राजकुमार को कई बार निर्देशों का पालन नहीं करने और फाइलों को जानबूझकर लंबित रखने की शिकायतें मिली थीं। इसके चलते रिम्स में जरूरी कामकाज प्रभावित हो रहा था।
आगे और भी एक्शन संभव
स्वास्थ्य मंत्री के तेवर देखते हुए माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य लापरवाह अधिकारियों और कर्मियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। मंत्री ने स्पष्ट किया है कि रिम्स सहित पूरे स्वास्थ्य तंत्र में सुधार उनकी प्राथमिकता है, और इसके लिए वे कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेंगे।