Nitish Kumar के साथ मिलाया हाथ, लालू यादव को दगा देगा ये कद्दावर नेता

Patna: Nitish Kumar: बिहार राजनीति की खबरों में प्रखंड के नगवां गांव में पूर्व मंत्री वृषिण पटेल ने अपने समर्थकों के साथ एक बैठक बुलाई. बैठक में उनके समर्थकों की भारी भागीदारी थी.

पूर्व मंत्री ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं को टिकट वितरण में नजरअंदाज किया है. वृषिण पटेल ने उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को इसका खामियाजा भुगतना होगा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने कांटा बोने का काम किया है तो अब उसको उसी कांटे का सामना करना होगा.

समाज में अब लोगों की आंखों में चार चांद लग चुके हैं. जब इन्हें असहजता महसूस हुई तो उन्होंने आरजेडी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.

वृषिण पटेल ने अपने समर्थकों के सुझाव पर जदयू में वापस जाने की संभावना जताई. उन्होंने कहा कि देश के लिए एक ऐसी सरकार की आवश्यकता है जो राष्ट्र के हित में सोचे. उन्होंने कहा कि वे उन लोगों के समर्थन में अपना निर्णय लेंगे जो देश के संविधान के खिलाफ हैं और उन्हें इमरजेंसी जैसे कार्यों के लिए गठबंधन बनाने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनका टिकट वैशाली से कट गया क्योंकि दूसरे उम्मीदवार को वहां से टिकट दिया गया है.

लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी है. जो भी व्यक्ति आरजेडी के उम्मीदवार बनता है उसकी दलितों के प्रति क्या धारणा है यह सब उसके बयान से स्पष्ट हो जाता है.

‘Nitish Kumar ने सरकार को अद्भुत ढंग से चलाया’

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने ऐसे शानदार ढंग से सरकार का प्रबंधन किया है कि शायद ही कोई और मुख्यमंत्री उसकी तुलना कर सके. समता पार्टी के गठन के समय मैंने भी जॉर्ज फर्नांडीस और नीतीश कुमार के साथ मिलकर काम किया था.

समर्थकों ने दिया ग्रीन सिग्नल

समर्थकों ने बताया कि उन्होंने जीतन राम मांझी का साथ इसलिए दिया क्योंकि वे दलितों का सम्मान करते हैं और उनकी पार्टी पर कोई उंगली नहीं उठाते. उन्होंने समता पार्टी को अपने खून पसीने से सींचा है.अगर समर्थकों की राय होती तो उन्हें घर वापसी के लिए तैयार होना चाहिए. समर्थकों ने उनकी बातों का समर्थन करते हुए तालियों से प्रतिक्रिया दी.

उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि वे 14 सांसदों ने मिलकर समता पार्टी बनाई थी लेकिन अब सिर्फ दो जिंदा बचे हैं एक नीतीश कुमार और दूसरे वृषिण पटेल. बैठक में सत्यनारायण पटेल, राजनंदन राय, दीनानाथ कुमार, हेमंत कुमार, धर्मेंद्र कुमार, बलिराम सिंह, इंद्रजीत कुमार, मो. इब्राहिम, रंजीत पटेल, रामहरे पासवान आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने एक स्वर में कहा कि घर वापसी की पहल करें हमेशा उनका साथ है और रहेगा.

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