Rahul Gandhi: वायनाड में हाल ही में हुए भूस्खलन ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस त्रासदी में 400 से अधिक लोगों की जानें चली गईं और कई अभी भी लापता हैं.
Rahul Gandhi ने इस भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की अपील की है
इस आपदा को देखते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार से इस भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की अपील की है. राहुल गांधी जो स्वयं वायनाड से सांसद हैं ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है लेकिन उनकी इस मांग के सामने एक बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है.
2013 में यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन गृह राज्य मंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने संसद में स्पष्ट रूप से कहा था कि “केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत राष्ट्रीय आपदा की कोई अवधारणा मौजूद नहीं है.” उनके इस बयान ने राहुल गांधी की वर्तमान मांग के सामने एक बड़ी बाधा खड़ी कर दी है. रामचंद्रन ने उस समय यह भी स्पष्ट किया था कि प्राकृतिक आपदाओं के मद्देनजर आवश्यक बचाव और राहत कार्यों की जिम्मेदारी मुख्य रूप से संबंधित राज्य सरकारों की होती है.
राहुल गांधी की यह मांग तब आई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वायनाड का दौरा करने जा रहे हैं. इस दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री वहां चल रहे राहत और पुनर्वास कार्यों का जायजा लेंगे और पीड़ितों से मिलेंगे. इस दौरे से उम्मीद है कि केंद्र सरकार की ओर से इस आपदा के पीड़ितों को और अधिक सहायता मिल सकेगी.
यह देखा जाना बाकी है कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेगी खासकर तब जब कांग्रेस सरकार के दौरान दिए गए बयान के कारण यह मांग कठिनाइयों का सामना कर रही है. वायनाड में भूस्खलन के कारण हुई तबाही ने इस क्षेत्र को केरल की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं में से एक बना दिया है और इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग जोर पकड़ रही है.
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हालांकि केंद्र सरकार के नियमों के तहत इस दिशा में कोई स्पष्ट प्रावधान न होने के कारण यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मांग का किस प्रकार से समाधान करती है.