Apple iPhone 16 : भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मजबूती देने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के तहत एक और बड़ी सफलता सामने आई है।
जल्द ही Apple iPhone 16 की मैन्युफैक्चरिंग भारत में शुरू होने जा रही है, जो देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी। यह कदम न केवल भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर देश की साख को भी और मजबूत करेगा।
iPhone 16 और ‘मेक इन इंडिया’ का प्रभाव
Apple ने अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन iPhone 16 की सीरीज लॉन्च कर दी है, और यह पहली बार है कि इस सीरीज के फोन दुनियाभर में ‘मेड इन इंडिया’ टैग के साथ उपलब्ध होंगे। Foxconn ने भारत में इन फोन्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है, और इसके लॉन्च के 10-12 दिनों के भीतर ही ये आईफोन वैश्विक बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध हो जाएंगे।
इससे पहले भारत में iPhone 14 और iPhone 15 की भी मैन्युफैक्चरिंग हो चुकी है, लेकिन iPhone 16 की मैन्युफैक्चरिंग देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई दिशा देगी।
चीन पर निर्भरता कम और भारत की साख मजबूत
Apple की भारत में मैन्युफैक्चरिंग से कंपनी को चीन पर अपनी निर्भरता कम करने का अवसर मिला है। भारत अब न केवल अपनी घरेलू जरूरतों के लिए फोन बना रहा है, बल्कि बड़ी मात्रा में इनका निर्यात भी कर रहा है। FY 2022-23 में भारत ने अमेरिका को 2.2 अरब डॉलर मूल्य के मोबाइल फोन निर्यात किए, जो 2023-24 में बढ़कर 5.7 अरब डॉलर हो गया।
इसके अलावा, Apple ने 2023-24 में दुनिया में बिकने वाले कुल iPhones में से 14% की सोर्सिंग भारत से की, जिससे भारत की वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात रैंकिंग चौथे स्थान पर पहुंच गई है।
iPhone Pro मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग पहली बार भारत में
Apple ने अपने सबसे महंगे iPhone मॉडल्स यानी iPhone 16 Pro और Pro Max की मैन्युफैक्चरिंग भी भारत में शुरू करने का निर्णय लिया है। Foxconn टेक्नोलॉजी ग्रुप इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है, जबकि टाटा ग्रुप और पेगाट्रॉन कॉर्प के जॉइंट वेंचर वाली कंपनी भी जल्द ही प्रो-मॉडल्स का उत्पादन शुरू करेगी। यह कदम भारत को प्रीमियम स्मार्टफोन निर्माण के क्षेत्र में एक अग्रणी देश बनाने में मदद करेगा।
2025 तक Apple का बड़ा शिफ्ट
जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के अनुसार, Apple 2025 तक अपने कुल iPhone प्रोडक्शन का 25% हिस्सा भारत में शिफ्ट करने की योजना बना रहा है। इस समय दुनिया में केवल दो देशों, चीन और भारत, में iPhones का निर्माण हो रहा है। पिछले 4 सालों में भारत में बने iPhones की वैश्विक उपलब्धता लगातार बढ़ रही है, जिससे भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को नया आयाम मिला है।
भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और उज्जवल भविष्य
‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत Apple जैसी वैश्विक कंपनियों की भागीदारी से भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और भी मजबूत हो रहा है। iPhone 16 की मैन्युफैक्चरिंग भारत में न केवल नई नौकरियों का सृजन करेगी, बल्कि देश की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा देगी। Apple का यह कदम अन्य वैश्विक कंपनियों को भी भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।
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यह स्पष्ट है कि ‘मेक इन इंडिया’ के तहत भारत न केवल अपनी तकनीकी क्षमता को सिद्ध कर रहा है, बल्कि वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में अपनी स्थिति को भी सुदृढ़ कर रहा है।