रांची: झारखंड और पड़ोसी राज्यों में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के संगठन विस्तार से जुड़े मामले में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने रांची की विशेष अदालत में दो और आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
आरोपियों में खूंटी जिले के नीलांबर गोप उर्फ डेलगा उर्फ डिकल और शिव कुमार साहू शामिल हैं। इन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी आर/डब्ल्यू 384, यूए (पी) अधिनियम की धारा 13, 17, 18 और 20 के तहत पूरक आरोप पत्र दायर किया गया है।
PLFI News: धमकी भरे पर्चे भेजने में थी संलिप्तता
NIA की जांच में पाया गया है कि शिव कुमार साहू और नीलांबर गोप PLFI संगठन के लिए धमकी भरे पर्चे भेजने का काम करते थे। ये पर्चे व्यापारियों और ठेकेदारों के बीच भय पैदा करने और वसूली के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। 11 अक्टूबर 2023 को NIA ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए दोनों आरोपियों की भूमिका स्थापित की और उनके खिलाफ केस नंबर RC-04/2023/NIA/RNC के तहत चार्जशीट दायर की।
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क्या है मामला?
यह मामला झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, और ओडिशा में कोयला व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों, रेलवे ठेकेदारों, और व्यापारियों से जबरन वसूली के माध्यम से धन जुटाने की साजिश से संबंधित है। PLFI कैडरों ने इन राज्यों में संगठन को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने के उद्देश्य से आतंक फैलाने के लिए हत्या, आगजनी, और अन्य हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
PLFI का उद्देश्य और आतंक का नेटवर्क
पीएलएफआई का उद्देश्य अपने संगठन का विस्तार करना और उसे आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। संगठन ने ठेकेदारों और व्यापारियों के बीच डर पैदा कर धन उगाही के लिए योजनाबद्ध तरीके से आतंक फैलाया। इस प्रकार की गतिविधियों में धमकी भरे पर्चों का प्रसार, हिंसक हमले, और सामाजिक अस्थिरता शामिल हैं।
NIA की यह कार्रवाई आतंकवाद और संगठित अपराध पर लगाम लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अदालत में मामले की अगली सुनवाई के दौरान इन आरोपियों के खिलाफ और सबूत प्रस्तुत किए जाने की संभावना है।