मोतिहारी, बिहार। Rahul Gandhi: बिहार की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोतिहारी में आयोजित ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान केंद्र और राज्य की एनडीए सरकार पर तीखे हमले किए। दोनों नेताओं ने जनता से लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
तेजस्वी यादव का संबोधन
तेजस्वी यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनके रगों में लालू प्रसाद यादव का खून है और वह किसी से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने जनता से एकजुट रहने की अपील की और चेतावनी दी कि अगर वे बंट गए तो उनकी पहचान और अस्तित्व को खत्म कर दिया जाएगा। तेजस्वी ने केंद्र सरकार पर “वोट, राशन, पेंशन और संपत्ति छीनने” की कोशिश करने का आरोप लगाया और लोकतंत्र की जगह तानाशाही लाने की बात कही। उन्होंने यह भी वादा किया कि आने वाले समय में आरक्षण को बढ़ाकर 85% किया जाएगा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि वे अब पुराने वाले नीतीश नहीं रहे।
Rahul Gandhi का हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने पीएम मोदी को “वोट चोर” कहा और सवाल उठाया कि अगर वह झूठ बोल रहे हैं तो प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं। राहुल ने कहा, “क्योंकि प्रधानमंत्री वोट चोर हैं और वे जानते हैं कि हमने उन्हें पकड़ लिया है।”
उन्होंने सामाजिक न्याय के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। राहुल ने देश की 500 सबसे बड़ी कंपनियों में दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के सीईओ की नगण्य भागीदारी पर सवाल उठाए। उन्होंने निजी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि इलाज को व्यापारियों के हवाले कर दिया गया है। उन्होंने लोगों से कहा, “आप 90 प्रतिशत हैं, लेकिन आपकी भागीदारी नगण्य है।”
यह जनसभा दर्शाती है कि महागठबंधन आरक्षण, सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की रक्षा जैसे मुद्दों को लेकर जनता को लामबंद करने की कोशिश कर रहा है, जबकि बीजेपी और एनडीए पर उनके हमले और भी तेज हो रहे हैं।