Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव (2024) के करीबी नतीजों के बाद, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा (Bhupinder Hooda) ने “वोट चोरी” का सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने नतीजों पर संदेह जताया है, खासकर ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और बैलेट पेपर (पोस्टल बैलेट) की गिनती में अंतर पर सवाल उठाए हैं। निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद, हुड्डा ने कांग्रेस की हार के लिए ईवीएम से छेड़छाड़ को जिम्मेदार ठहराया।

बैलेट में जीत, EVM में हार: Bhupinder Hooda
भूपेंद्र हुड्डा ने अपने बयान में कहा, “यह एक अजीब बात है। जब डाक मतपत्र (Ballot Papers) गिने जा रहे थे, तब हमारी पार्टी (कांग्रेस) आगे चल रही थी। लेकिन जैसे ही EVM की गिनती शुरू हुई, हम पिछड़ गए।” उन्होंने इस अंतर को समझाते हुए दावा किया कि डाक मतपत्र ज्यादातर सरकारी कर्मचारियों और “पढ़े-लिखे तबके” द्वारा डाले जाते हैं, और उनकी गिनती में कांग्रेस को मिल रही बढ़त यह दर्शाती है कि कर्मचारी वर्ग बदलाव के पक्ष में था।
यह जनादेश की चोरी है: Bhupinder Hooda
हुड्डा ने आरोप लगाया कि बैलेट पेपर के रुझान का EVM की गिनती में अचानक पलट जाना “संदिग्ध” है और यह “गड़बड़ी” की ओर इशारा करता है। उन्होंने इसे “जनादेश की चोरी” करार देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा में जीत रही थी, लेकिन नतीजों को EVM के माध्यम से प्रभावित किया गया। उनका यह बयान उस समय आया है जब कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन अंतिम नतीजों में वह बहुमत के आंकड़े से कुछ दूर रह गई, जिसके बाद बीजेपी ने नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार बना ली। हुड्डा के इस बयान ने हरियाणा में EVM की विश्वसनीयता को लेकर एक नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है।






