लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बना विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. (Indian National Developmental Inclusive Alliance) अब अपने सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच बढ़ती तनातनी के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह गठबंधन सच में एकजुट रह पाएगा या फिर चुनाव से पहले ही बिखर जाएगा? बजट सत्र 2025 इस गठबंधन के लिए अग्निपरीक्षा साबित हो सकता है।
कांग्रेस और AAP में क्यों बढ़ रही है दूरी?
हाल के दिनों में कांग्रेस और आप के बीच कई मुद्दों पर मतभेद उभरकर सामने आए हैं।
- दिल्ली में सत्ता संघर्ष – आम आदमी पार्टी को लगता है कि कांग्रेस दिल्ली में उसकी स्थिति कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
- सीट बंटवारे को लेकर विवाद – पंजाब, दिल्ली और हरियाणा में सीट शेयरिंग पर अभी भी सहमति नहीं बनी है।
- अरविंद केजरीवाल पर जांच एजेंसियों का दबाव – AAP का आरोप है कि कांग्रेस इस मुद्दे पर खुलकर समर्थन नहीं दे रही है।
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क्या बजट सत्र में दिखेगी दरार?
बजट सत्र न सिर्फ सरकार के लिए बल्कि I.N.D.I.A. गठबंधन के लिए भी अहम रहेगा। अगर कांग्रेस और AAP संसद में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ आवाज नहीं उठाते हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि गठबंधन अंदरूनी मतभेदों से जूझ रहा है।
- क्या AAP खुलेआम कांग्रेस पर हमला करेगी?
- क्या TMC, शिवसेना (UBT) और अन्य दल बीच-बचाव करेंगे?
- क्या गठबंधन के अन्य दल कांग्रेस के साथ खड़े होंगे या AAP के साथ?
भविष्य क्या होगा?
विश्लेषकों का मानना है कि अगर कांग्रेस और AAP के बीच टकराव जारी रहा, तो I.N.D.I.A. गठबंधन कमजोर हो सकता है। हालांकि, बीजेपी के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाने के लिए इन दलों को साथ आना ही होगा।
अब सवाल यह है कि क्या बजट सत्र में यह गठबंधन एकजुट रहेगा या फिर यह चुनाव से पहले ही टूटने लगेगा? जवाब आने वाले हफ्तों में मिल जाएगा।