Rahul Gandhi ने मोची की दुकान पर बैठकर जाना हाल, लखनऊ लौटते अचानक रोकी गाड़ी

शुक्रवार को कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi ने सुल्तानपुर से लखनऊ लौटते समय एक अनोखा कदम उठाया. अचानक गाड़ी रुकवाकर वे कूरेभार के विधायक नगर चौराहे पर स्थित चैत राम मोची की दुकान पर पहुंच गए. राहुल गांधी ने मोची के बगल में जमीन पर बैठकर उससे बातचीत की और उसकी परेशानियों को समझने की कोशिश की.

Rahul Gandhi ने सुनीं मोची की दिक्कतें

राहुल गांधी ने मोची से पूछा कि वह कैसे काम करता है और उसकी रोजमर्रा की चुनौतियाँ क्या हैं. मोची ने राहुल गांधी को अपनी कठिनाइयों के बारे में बताया और मदद की गुहार लगाई. चैत राम ने एक जूता सिलकर राहुल गांधी को दिखाया जिसे देखकर राहुल गांधी ने उसकी मेहनत की सराहना की. इस दौरान राहुल गांधी को देखकर आसपास के लोग हैरान रह गए और मौके पर भीड़ जुट गई.

अक्सर लोगों के बीच जाकर जुड़ते हैं Rahul Gandhi

यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने इस तरह का कदम उठाया हो. भारत जोड़ो यात्रा के बाद से वे अक्सर अपने सुरक्षा दस्ते को हैरान करते हुए लोगों के बीच पहुँच जाते हैं. कभी वे खेतों में किसानों से मिलने चले जाते हैं तो कभी ट्रक ड्राइवरों के साथ बैठकर उनकी समस्याएं सुनते हैं. राहुल गांधी की सुल्तानपुर कोर्ट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी मामले में पेशी थी.

सुल्तानपुर एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश होने के बाद राहुल गांधी लखनऊ लौट रहे थे. इसी दौरान रास्ते में चैत राम की दुकान पर रुककर उन्होंने मोची से बातचीत की. अचानक राहुल गांधी को देख चैत राम और आसपास के लोग अचंभित रह गए. लोगों ने तुरंत अपने मोबाइल फोन निकालकर वीडियो और फोटो लेना शुरू कर दिया.

चैत राम की बातचीत

चैत राम ने बताया कि राहुल गांधी ने उनसे जूते बनाने की प्रक्रिया के बारे में पूछा और स्वयं जूते को हाथ में लेकर देखा. राहुल गांधी ने मोची की कठिनाइयों के बारे में भी जानकारी ली. चैत राम ने राहुल गांधी से पूंजी की कमी और गरीबी के कारण उनकी मदद की अपील की. करीब पांच से दस मिनट की इस मुलाकात के बाद राहुल गांधी लखनऊ के लिए रवाना हो गए लेकिन उनके जाने के बाद भी चैत राम की दुकान पर भीड़ बनी रही और चैत राम खुश नजर आए.

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इस घटना ने एक बार फिर से राहुल गांधी के जनता से सीधे जुड़ने के प्रयासों को उजागर किया है. उनके इस कदम ने न सिर्फ चैत राम बल्कि वहां मौजूद सभी लोगों को प्रभावित किया.

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