हरियाणा विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र कांग्रेस नेता Rahul Gandhi और प्रियंका गांधी ने राज्य में अपनी विजय संकल्प रथ यात्रा की शुरुआत की।
इस यात्रा का उद्देश्य पार्टी के कार्यकर्ताओं को संगठित करना और भाजपा के मजबूत गढ़ों में सेंध लगाना है। राहुल गांधी ने इस दौरान मंच से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा का हाथ मिलवाकर पार्टी में एकजुटता का संदेश दिया।
नारायणगढ़ से थानेसर तक प्रचार अभियान
कांग्रेस की इस यात्रा का पहला दिन नारायणगढ़ से शुरू होकर थानेसर तक पहुंचा, जहां राहुल गांधी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान और कुमारी सैलजा ने छह विधानसभा क्षेत्रों में ताबड़तोड़ प्रचार किया। यात्रा के दौरान अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को संबोधित किया गया। कांग्रेस की यह रणनीति है कि रैलियों के बजाय यात्रा के माध्यम से अधिक से अधिक क्षेत्रों तक पहुंचा जाए और कार्यकर्ताओं में जोश भरा जाए।
भाजपा के गढ़ में सेंध की तैयारी
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ों को और मजबूत करना और भाजपा के गढ़ों में सेंध लगाना है। थानेसर, जो पिछले दस वर्षों से भाजपा का गढ़ माना जाता है, यहां कांग्रेस की यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
गौरतलब है कि थानेसर में भाजपा के सांसद हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां से ही हरियाणा में अपने चुनावी प्रचार का आगाज किया था। कांग्रेस की रणनीति है कि ऐसे क्षेत्रों में जनसभाएं और यात्राएं कर भाजपा के प्रभाव को कमजोर किया जाए।
Rahul Gandhi का बेरोजगारी और कृषि कानूनों पर हमला
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने बेरोजगारी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने बताया कि कैसे हरियाणा के युवा विदेशों में 50-50 लाख रुपये खर्च करके जा रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने राज्य में रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे। उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार युवाओं की जेब से पैसे छीन रही है, और उन्हें अपने परिवार से दूर करने पर मजबूर कर रही है।
कृषि कानूनों पर भी राहुल गांधी ने सरकार को घेरा। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर ये कानून किसानों के हित में थे, तो फिर किसान सड़कों पर क्यों उतरे? उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार किसानों की कमाई को भी छीनने के प्रयास कर रही है।
Rahul Gandhi का भाजपा पर निशाना
राहुल गांधी ने अपने भाषण में भाजपा पर आरोप लगाया कि हरियाणा की छोटी-छोटी पार्टियों का रिमोट भाजपा के हाथ में है। उन्होंने इस विचारधारा की लड़ाई को कांग्रेस और भाजपा के बीच की लड़ाई बताया, जहां एक तरफ किसानों, मजदूरों और गरीबों का हित है, तो दूसरी तरफ सिर्फ बड़े उद्योगपतियों का। उनका कहना था कि यह लड़ाई न्याय और अन्याय के बीच की है, और कांग्रेस जनता के हितों के लिए इस संघर्ष को जारी रखेगी।
राहुल और प्रियंका गांधी की इस यात्रा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हो रहा है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इसका चुनावों में क्या असर पड़ता है।