केंद्रीय रेल राज्य मंत्री Ravneet Singh Bittu पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कर्नाटक के बेंगलुरु में एक कांग्रेस पदाधिकारी ने बिट्टू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
Ravneet Singh Bittu ने राहुल गांधी के खिलाफ भड़काऊ और गलत बयान दिया
यह मामला बेंगलुरु के हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 353, 192, और 196 के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें आरोप है कि बिट्टू ने राहुल गांधी के खिलाफ भड़काऊ और गलत बयान दिया, जिससे समुदायों के बीच वैमनस्य फैल सकता है।
यह विवाद राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान सिखों को लेकर दिए गए बयान से शुरू हुआ था। राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में सिखों के लिए अपने धार्मिक प्रतीक जैसे पगड़ी और कड़ा पहनने या गुरुद्वारे जाने की अनुमति पर सवाल उठ रहा है। इस बयान का समर्थन खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी किया, जिसने इसे खालिस्तान जनमत संग्रह अभियान के लिए उत्प्रेरक करार दिया।
राहुल गांधी सिखों को बांटने और देश में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें “देश का नंबर एक आतंकी” तक कह डाला। बिट्टू ने कहा कि राहुल गांधी सिखों को बांटने और देश में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने पंजाब को जलाया और सिखों की पूरी एक पीढ़ी को खो दिया। बिट्टू ने यह भी कहा कि अगर किसी को गिरफ्तार करने के लिए इनाम घोषित किया जाना चाहिए, तो वह राहुल गांधी हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान जब बिट्टू से पूछा गया कि क्या उन्हें अपने बयान पर खेद है, तो उन्होंने साफ इनकार करते हुए कहा कि उन्हें कोई खेद नहीं है। उन्होंने अपने बयान को सही ठहराते हुए कहा कि वे पहले एक सिख हैं और बाद में मंत्री। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को माफी मांगनी चाहिए और स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हैं।
बिट्टू का यह बयान सिख समुदाय में एक गहरे दर्द को दर्शाता है, जो पंजाब के आतंकवाद से जूझ चुका है। उनका कहना है कि सिखों के मुद्दों को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना गलत है, और राहुल गांधी को अपने शब्दों के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए।
वहीं, बिट्टू ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे अपने बयान पर अडिग हैं और किसी भी हाल में माफी नहीं मांगेंगे। यह मामला अब राजनीतिक रूप से और भी गरमा गया है, और आगामी समय में इसे लेकर और भी प्रतिक्रिया आने की संभावना है।