झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) में बगावत के सुर तेज हो गए हैं, खासकर पार्टी की दूसरी प्रत्याशी सूची जारी होने के बाद।
धनबाद में जयराम महतो की अगुवाई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 14 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई। हालांकि, सूची जारी होते ही पार्टी के भीतर असंतोष की लहर दौड़ गई, खासकर सिंदरी विधानसभा सीट से उषा देवी को टिकट दिए जाने पर।
JLKM News: शंकर महतो ने जताई नाराजगी
पार्टी के केंद्रीय संगठन महासचिव शंकर महतो ने खुलकर इस निर्णय का विरोध किया है। उनका कहना है कि उषा देवी, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लिया था, को टिकट देकर पार्टी ने गलत फैसला लिया है। शंकर महतो ने इस फैसले के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे सिंदरी से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और अपनी जीत सुनिश्चित करेंगे।
पार्टी में बढ़ता असंतोष
जयराम महतो के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जैसे ही वे धनबाद सर्किट हाउस से गए, पार्टी के अंदर प्रत्याशी चयन को लेकर विरोध शुरू हो गया। शंकर महतो के बयान के बाद अन्य नेताओं के भी विरोध के स्वर उभरने लगे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि पार्टी में आंतरिक कलह बढ़ती जा रही है, जो आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
JLKM News: दूसरी सूची में घोषित प्रत्याशी
जेएलकेएम की दूसरी सूची में धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग, कोडरमा सहित अन्य प्रमुख सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है। इनमें धनबाद सीट से सपन कुमार मोदक और सिंदरी से उषा देवी को उम्मीदवार बनाया गया है, जिन पर सबसे ज्यादा विवाद हो रहा है। अन्य प्रमुख प्रत्याशियों में रांची के मांडर से गुरा भगत, टुंडी से मोतीलाल महतो और गिरिडीह के धनवार से राजदेव रतन शामिल हैं।
पार्टी में बढ़ते इस विरोध के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि जयराम महतो इस संकट को कैसे संभालते हैं और क्या शंकर महतो जैसे बड़े नेता पार्टी से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का अपना निर्णय कायम रखते हैं।