Jharkhand में विधायक के बयान से बवाल, विपक्ष ने सरकार पर साधा निशाना

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Jharkhand में झामुमो विधायक हेमलाल मुर्मू के बयान से सियासी हलचल तेज हो गई है। उन्होंने राज्य के विकास के लिए शराब छोड़ने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि अगर पति शराब पीकर घर आए तो उसे पीट दो।

हेमलाल मुर्मू ने कहा कि उन्होंने पहले भी महिलाओं से शराबबंदी को लेकर अपील की थी, जिसका असर यह हुआ कि अब रोज़ महिलाओं के फोन आ रहे हैं कि “हमारा पति शराब पीकर लौटा है, क्या उसे पीट दें?” इस पर उनका जवाब होता है – “ठोक दो।”

Jharkhand: विपक्ष का हमला: “सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए”

भाजपा विधायक नीरा यादव ने इस बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि पति-पत्नी को आपस में लड़ाने के बजाय सरकार को शराब छुड़ाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

Jharkhand News: जलापूर्ति योजना को लेकर केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने

झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने धनबाद जलापूर्ति योजना में देरी के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे और एनएचएआई द्वारा एनओसी न देने के कारण योजना लंबित है। मंत्री ने कहा कि एनओसी मिलते ही पहला फेज एक साल और दूसरा फेज 15 महीने में पूरा हो जाएगा।

हालांकि, भाजपा विधायक राज सिन्हा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए केंद्र पर आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को पानी नहीं मिल रहा और मंत्री राजनीति कर रहे हैं। मंत्री ने जवाब दिया कि जब तक एनओसी नहीं मिलती, तब तक वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।

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Jharkhand News: परिवहन क्षेत्र के कामगारों के लिए सामाजिक सुरक्षा की मांग

विधानसभा में विधायक अरूप चटर्जी ने झारखंड में परिवहन क्षेत्र में कार्यरत असंगठित कामगारों के लिए बिहार की तर्ज पर कल्याणकारी योजनाएं लागू करने की मांग उठाई। उन्होंने झारखंड में परिवहन कल्याण बोर्ड के गठन का भी सुझाव दिया।

इस पर परिवहन मंत्री दीपक बिरूवा ने कहा कि बिहार की योजनाओं का अध्ययन कर अगले छह महीने में उचित कार्रवाई की जाएगी।

सिमडेगा के रामरेखा धाम का होगा पर्यटन विकास

राज्य सरकार ने सिमडेगा के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल रामरेखा धाम के पर्यटन विकास के लिए 18 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है। इस योजना को केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन-02 योजना के तहत स्वीकृति मिली है।

राज्य के पर्यटन मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने विधानसभा में बताया कि जैसे ही केंद्र से डीपीआर की स्वीकृति मिलेगी, विकास कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

इसके अलावा, विधायक भूषण तिर्की ने केला-घाघ जलप्रपात के पर्यटन विकास को लेकर भी सवाल उठाया। मंत्री ने बताया कि इसके लिए जिला प्रशासन और पर्यटन निदेशालय से प्रस्ताव मांगा गया है।

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