दिल्ली के CM Arvind Kejriwal के इस्तीफे के बाद राजधानी की सियासत में भूचाल आ गया है। केजरीवाल ने मंगलवार को अपना इस्तीफा उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंप दिया, और इस्तीफा स्वीकार होने के आठ दिन बाद वे अपना सरकारी आवास छोड़ देंगे।
इस घटनाक्रम ने उनके भविष्य और सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आप नेता संजय सिंह ने इस दौरान केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
जनता के बीच रहेंगे Arvind Kejriwal
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देने के बाद भी जनता के बीच रहेंगे और उनके साथ संवाद जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि केजरीवाल कहां रहेंगे, लेकिन उनकी प्राथमिकता जनता के बीच रहकर सेवा करना है। केजरीवाल ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल में जो काम किए हैं, उन पर पार्टी को गर्व है, और वे भविष्य में भी दिल्ली की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
Arvind Kejriwal की सुरक्षा पर सवाल
संजय सिंह ने केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ लगातार विरोधाभासी माहौल बन रहा है, और इस वजह से उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। केजरीवाल, जो एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष भी हैं, उन्हें सरकारी आवास की जरूरत पर भी सवाल उठाए गए हैं। हालांकि, इस पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, और पार्टी इस मुद्दे पर विचार कर रही है।
दिल्ली कैबिनेट में फेरबदल की संभावना
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद दिल्ली सरकार में भी बदलाव की अटकलें लगाई जा रही हैं। बताया जा रहा है कि आप विधायक आतिशी मर्लेना के नेतृत्व में दिल्ली कैबिनेट में बड़े फेरबदल की तैयारी हो रही है। कैबिनेट में कुछ नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है, ताकि दिल्ली के विकास को गति दी जा सके। इस बदलाव के पीछे पार्टी की मंशा दिल्ली की विकास योजनाओं को और मजबूती से आगे बढ़ाने की है।
आतिशी के साथ नए चेहरे
दिल्ली कैबिनेट में आतिशी के साथ दो नए चेहरों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि इन नए चेहरों के साथ सरकार को और मजबूत बनाया जाए, ताकि भविष्य में दिल्ली के विकास में और तेजी लाई जा सके। तीन नेताओं के नाम आगे चल रहे हैं, जिन्हें कैबिनेट में स्थान मिल सकता है। पार्टी की इस रणनीति के पीछे दिल्ली में विकास कार्यों को प्राथमिकता देना है।
केजरीवाल का अगला कदम
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद उनकी अगली भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्या वे केंद्र की राजनीति में सक्रिय होंगे या दिल्ली की सियासत में बने रहेंगे, इस पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। लेकिन यह तय है कि इस्तीफा देने के बाद भी केजरीवाल दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा बने रहेंगे।
केजरीवाल का अगला कदम और उनकी सुरक्षा को लेकर उठाए जाने वाले कदम पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं।