Tejashwi Yadav: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फरवरी में प्रस्तावित बिहार दौरे को लेकर राज्य की सियासत गरमा गई है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस दौरे पर तंज कसते हुए इसे महज चुनावी दिखावा करार दिया। उन्होंने कहा कि जब चुनाव नजदीक आते हैं, तो भाजपा नेताओं को बिहार की याद आ जाती है।
कूद-कूदकर आएंगे और झूठे आश्वासन देंगे: Tejashwi Yadav
तेजस्वी यादव ने अपने बयान में कहा, “अब चुनाव आने वाले हैं, तो भाजपा नेता कूद-कूदकर बिहार आएंगे। बड़े-बड़े दावे करेंगे, जमुलेबाजी करेंगे, लेकिन यह सब केवल दिखावे के लिए होगा। चुनाव खत्म होते ही वे बिहार और यहां के लोगों को भूल जाएंगे।” उनका आरोप है कि भाजपा सरकार का बिहार के विकास से कोई लेना-देना नहीं है और यह दौरा भी केवल वोट पाने की कोशिश है।
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बिहार के विकास का मुद्दा
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर यह कहते हुए निशाना साधा कि उन्होंने बिहार के विकास के लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा, “बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा वर्षों से अधूरा है। केंद्र सरकार केवल जुमलेबाजी में व्यस्त है, जबकि बिहार के लोगों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की सख्त जरूरत है।”
जनता अब समझदार हो गई है: Tejashwi Yadav
अपने बयान में तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार की जनता अब समझदार हो गई है और वह झूठे वादों में नहीं फंसेगी। उन्होंने कहा, “लोग अब समझ चुके हैं कि ये नेता सिर्फ चुनाव के समय बड़े-बड़े वादे करते हैं। लेकिन जब जिम्मेदारी निभाने का वक्त आता है, तो ये गायब हो जाते हैं। बिहार को ठोस विकास की जरूरत है, न कि जुमलों की।”
भाजपा का पलटवार
भाजपा की ओर से तेजस्वी यादव के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया आने की संभावना है। पार्टी ने हमेशा दावा किया है कि केंद्र सरकार ने बिहार के लिए कई योजनाएं लागू की हैं और राज्य को विकास के मुख्यधारा में लाने का काम किया है।
तेजस्वी यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में चुनावी सरगर्मी को और बढ़ा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले यह बयान विपक्ष के आक्रामक तेवर को दर्शाता है। चुनावी मौसम में इस तरह की बयानबाजी आम है, लेकिन जनता को यह देखना होगा कि कौन से वादे हकीकत में बदलते हैं और कौन से केवल जुमले बनकर रह जाते हैं।