Tejashwi Yadav: देश में इस वक्त चुनावी माहौल है और अभी तक चार चरणों के लिए वोटिंग संपन्न हो चुकी है तथा तीन चरण अभी बाकी है. सोमवार को पांचवें चरण के लिए 20 सीट में को वोटिंग होगी.
बचे तीन चरणों के लिए सभी दलों के स्टार चुनाव प्रचारक लगातार प्रचार में जुटे हैं. पीएम की रैलियां की डिमांड पूरे देश में है. प्रधानमंत्री उमर को नजरअंदाज करते हुए लगातार चुनावी रैलियां कर रहे हैं. वह बिना रुके तथा बिना थके पार्टी उम्मीदवार एवं भाजपा के लिए वोट मांग रहे हैं. अपनी पार्टी के झंडे को जनता तक पहुंचाने के लिए वह अपना पूर्ण सहयोग दे रहे हैं. 40 सीट वाले बिहार की अहमियत लोकसभा चुनाव में काफी बढ़ जाती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसे बखूबी भी समझते हैं.
Tejashwi Yadav कमर में तकलीफ के चलते व्हील चेयर पर आ गए
वही बिहार के सीएम नीतीश कुमार को अपनी रेलिया में कटौती करनी पड़ी तथा तेजस्वी यादव कमर में तकलीफ के चलते व्हील चेयर पर आ गए हैं और दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उम्र के इस पड़ाव पर भी अपनी पार्टी के लिए चुनावी प्रचार में लगे हुए हैं. बिहार के दिग्गजों पर वह इस मामले में भारी पड़ रहे हैं.
लोकसभा की 40 सीट बिहार में है
राजनीतिक तौर से उर्वर बिहार की भूमि प्रखर राजनीतिज्ञों एवं राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों के लिए अत्यधिक अहम है. लोकसभा की 40 सीट बिहार में है, यह इस राज्य को और भी अहम बनता है. इसी के चलते बिहार प्रमुख राजनीतिक दलों के फोकस में रहता है और प्रधानमंत्री भी इसी नाते बिहार की अहमियत समझते हैं. यही कारण है कि चौथे चरण की वोटिंग से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को पटना में अपना रोड क्यों किया था.
इसके दौरान उनके साथ कम समेत अन्य दीघा नेता भी मौजूद थे. दाल बाटी नरेंद्र मोदी को जनता का भरपूर सहयोग व साथ मिला. एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार जाने वाले हैं वह छोटे चरण की वोटिंग से पूर्व 21 मई को बिहार में रैली करके जनता से बीजेपी के लिए वोट मांगेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश की तबीयत अचानक खराब हो गई
21 मई को पीएम नरेंद्र मोदी को बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा के कद्दावर नेता दिवंगत सुशील मोदी के घर जाकर उनके शोक संतप्त परिजनों से मिलेंगे तथा उन्हें सांत्वना देंगे. ज्ञात होगी बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रहे हैं वहीं बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश की तबीयत अचानक खराब हो गई थी और इस वजह से उन्हें कई रैलियां एवं जनसभाओं तथा अन्य कई कार्यक्रमों को स्थगित भी करना पड़ा था.
नीतीश कुमार कुछ दिन तक चुनावी कार्यक्रम से दूर ही रहे. इससे पूर्व तीसरे चरण के चुनाव के पश्चात भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चार दिनों तक चुनावी प्रचार से दूरी बनाए रखी एवं आराम किया था. चौथे चरण के चुनाव के पश्चात विवेक कई दिनों तक चुनाव प्रचार तथा चुनावी कार्यक्रमों से दूर रहे. ज्ञात हो कि 25 मई को छठे चरण में बिहार की आठ लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग होनी है.