बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच चुनाव रणनीतिकार Prashant Kishor ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है.
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक यात्रा अपने अंतिम चरण में है. उन्होंने दावा किया कि अगर उन्होंने नीतीश कुमार को कंधा नहीं दिया होता तो आज नीतीश और जदयू का अस्तित्व सवालों के घेरे में होता.
जब नीतीश कुमार राजनीति से भाग गए थे: Prashant Kishor
प्रशांत किशोर ने कहा “जब नीतीश कुमार राजनीति से भाग गए थे तब उनके नेता मेरे पास मदद मांगने आए थे. अगर मैंने उनकी मदद नहीं की होती तो मुझे नहीं पता कि आज नीतीश कुमार और जदयू कहां होते.” प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में मुकाबला एनडीए और जन सुराज के बीच होगा. उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी, जेडीयू, आरजेडी या किसी भी राजनीतिक प्रतिष्ठान से जुड़े लोगों का एक बड़ा हिस्सा बदलाव चाहता है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार के लोग ‘जन सुराज’ को एक अवसर के रूप में देख रहे हैं और वे एक पार्टी बना सकते हैं ताकि खुद को राजनीतिक बंधुआ मजदूरी से मुक्ति दिला सकें.
इस सदी में लालू यादव की पार्टी ने अपने दम पर कोई चुनाव नहीं जीता है: Prashant Kishor
प्रशांत किशोर ने एनडीए पर हमला बोलते हुए कहा कि एनडीए का एक टायर जदयू पहले ही पंचर हो चुका है. उन्होंने राजद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस सदी में लालू यादव की पार्टी ने अपने दम पर कोई चुनाव नहीं जीता है. राजद ने मुसलमानों को केवल कैरोसिन की तरह इस्तेमाल किया है लेकिन अब मुसलमान समझ गए हैं कि राजद ने उनका सबसे ज्यादा शोषण और विश्वासघात किया है.
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वह खुद पार्टी नहीं बना रहे हैं बल्कि 2 अक्टूबर को बिहार के एक करोड़ लोग अपने बच्चों के भविष्य के लिए पार्टी बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग लालू यादव नीतीश कुमार और बीजेपी के 30 साल के शासन से मुक्ति चाहते हैं. प्रशांत किशोर का रोल पहले वाला ही रहेगा लेकिन यह पहली बार होगा कि बिहार के एक करोड़ लोग एक साथ आकर पार्टी बनाएंगे.
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प्रशांत किशोर का यह दावा बिहार की राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है. अब देखना यह होगा कि आने वाले चुनावों में बिहार की जनता किसे अपना नेता चुनती है और राज्य की राजनीति किस दिशा में जाती है.