महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि देश की जनता बढ़ती कीमतों के बोझ तले कराह रही है, लेकिन सरकार कुंभकरण की नींद में सोई हुई है।
महंगाई पर Rahul Gandhi का तंज
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा,
“जनता महंगाई से त्रस्त है। रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल, और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। गरीब और मध्यम वर्ग की कमाई खत्म हो रही है, लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं।”
उन्होंने महंगाई को आम आदमी के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए इसे सरकार की नाकामी का प्रतीक बताया।
Rahul Gandhi ने जनता की समस्याओं को उठाया
राहुल गांधी ने कहा कि रसोई गैस के सिलेंडर की कीमतें 1,000 रुपये से अधिक हो गई हैं, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों की रसोई का बजट बिगड़ गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सब्जियों, खाद्य तेल, और अनाज की बढ़ती कीमतें आम आदमी के जीवन को और कठिन बना रही हैं।
“सरकार जनता को राहत देने के बजाय बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने में लगी है,” राहुल गांधी ने आरोप लगाया।
सरकार पर बड़े उद्योगपतियों का साथ देने का आरोप
कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आम जनता की बजाय कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों की भलाई के लिए काम कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब जनता महंगाई से परेशान है, तब सरकार महंगाई को नियंत्रित करने के लिए कदम क्यों नहीं उठा रही।
महंगाई को लेकर कांग्रेस का अभियान
राहुल गांधी ने यह भी संकेत दिया कि कांग्रेस महंगाई के मुद्दे पर देशव्यापी अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी और जनता की आवाज को संसद और सड़कों तक पहुंचाया जाएगा।
सरकार की चुप्पी पर सवाल
राहुल गांधी ने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा,
“केंद्र सरकार महंगाई के मुद्दे पर क्यों कुछ नहीं बोल रही? यह चुप्पी दिखाती है कि सरकार जनता के प्रति संवेदनशील नहीं है।”
उन्होंने सरकार से मांग की कि वह तुरंत महंगाई पर नियंत्रण के उपाय करे और गरीब व मध्यम वर्ग को राहत प्रदान करे। राहुल गांधी का महंगाई पर तंज केंद्र सरकार के लिए एक बड़ा राजनीतिक सवाल खड़ा करता है। बढ़ती कीमतों से जनता की नाराजगी और विपक्ष के लगातार हमलों के बीच, यह देखना होगा कि सरकार इस पर क्या कदम उठाती है। फिलहाल, महंगाई के मुद्दे ने जनता और सरकार के बीच एक नई बहस छेड़ दी है, जिसका असर आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है।