कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई हिंसा और तोड़फोड़ के मामले में Kolkata Police ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि क्राइम सीन से किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है.
कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्ट में बताया कि ‘सेमिनार रूम में क्राइम सीन को छुआ भी नहीं गया है.’ पुलिस ने लोगों से भ्रामक खबरें न फैलाने की अपील की और चेतावनी दी कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मेडिकल स्टूडेंट ने बताया कि के क्या हुआ था
इस हिंसक घटना के बारे में एक मेडिकल छात्र ने बताया कि बुधवार की रात कुछ असामाजिक तत्वों ने कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ और हिंसा की.
छात्र ने कहा “हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. हमारी योजना महिला नर्सों, डॉक्टरों और छात्रों के साथ एक रैली आयोजित करने की थी. जैसे ही हम रैली शुरू करने की तैयारी कर रहे थे अचानक एक भीड़ आ गई. हमने उनसे विनम्रतापूर्वक अपील की कि वे हमारे प्रदर्शन में हस्तक्षेप न करें क्योंकि इसमें महिलाएं भी शामिल थीं. इसके बावजूद भीड़ ने हमारे प्रदर्शन में घुसने की कोशिश की और फिर हिंसा शुरू कर दी.”
कोलकाता पुलिस की गलत छवि की जा रही है पेश- पुलिस कमिश्नर
कोलकाता पुलिस के कमिश्नर ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी उन्होंने कहा कि “हम केवल अफवाहों के आधार पर किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकते. मामला अब सीबीआई को सौंप दिया गया है और वह इसकी जांच कर रही है. हम पूरी पारदर्शिता बरतना चाहते हैं और चाहते थे कि छात्र एक समिति बनाकर अपनी बात रखें लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मीडिया में कोलकाता पुलिस की गलत छवि पेश की जा रही है.
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हमारा उद्देश्य हमेशा कोलकाता के लोगों की सेवा करना है और हम किसी भी दोषी को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.” इस बयान के साथ पुलिस ने स्थिति को स्पष्ट करने की कोशिश की है और जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और मामले की जांच पूरी होने तक धैर्य बनाए रखें.