PM Modi ने हाल ही में महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित लखपति दीदी सम्मेलन में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ा बयान दिया.
उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध एक अक्षम्य पाप है और दोषी चाहे कोई भी हो उसे किसी भी हाल में बचना नहीं चाहिए. पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं का सम्मान और उनकी सुरक्षा हमारा दायित्व है जिसे हम किसी भी सूरत में निभाएंगे.
पीएम मोदी ने जलगांव में महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों की बात करते हुए कहा कि आज देश की बेटियां हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं. तीनों सेनाओं में महिला अफसरों की तैनाती हो रही है फाइटर पायलट के रूप में बेटियां देश की रक्षा कर रही हैं और गांव में कृषि और डेयरी सेक्टर में भी वे बिजनेस मैनेज कर रही हैं. राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाया गया है.
‘महिलाओं का सम्मान करना हमारा दायित्व है’- PM Modi
प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए दरिंदगी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यह घटना पूरे देश को झकझोर कर रख दी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाना चाहिए. उन्होंने सभी राज्य सरकारों और राजनीतिक दलों से आह्वान किया कि वे महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें और किसी भी तरह की लापरवाही को सहन न करें.
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय न्याय संहिता में किए गए सुधारों का उल्लेख किया जिसमें महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है. उन्होंने बताया कि अब पीड़ित महिलाएं जीरो एफआईआर दर्ज करा सकती हैं और इसके तहत तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. नए कानूनों में नाबालिगों के साथ यौन अपराध के लिए फांसी और उम्रकैद की सजा का प्रावधान किया गया है.
‘केंद्र सरकार महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए तैयार’
पीएम मोदी ने सम्मेलन में इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी सरकार ने महिलाओं के लिए हर सेक्टर के दरवाजे खोल दिए हैं. जहां पहले पाबंदियां थीं आज वहां महिलाएं नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. प्रधानमंत्री ने बताया कि देश में सरकार द्वारा बनाए गए 4 करोड़ घरों में से अधिकतर महिलाओं के नाम पर हैं जो महिला सशक्तिकरण का एक बड़ा उदाहरण है.
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प्रधानमंत्री के इस बयान ने देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर एक सख्त संदेश दिया है और यह स्पष्ट किया है कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है.