Aurangabad News: सावन महीने में कांवर यात्रा पर निकले शिवभक्तों के लिए औरंगाबाद जिले के श्रद्धालु लगातार पांचवें साल सेवा शिविर का संचालन कर रहे हैं। यह शिविर बांका जिले के कुंवरसार नदी से 3 किलोमीटर आगे जोरीपार में स्थित है, जहाँ औरंगाबाद से पहुँचे करीब 100 लोग दिन-रात कांवरियों की सेवा में जुटे हुए हैं।
इस शिविर में शिवभक्तों के लिए निशुल्क विश्राम, नाश्ता, भोजन, फलाहार, जूस, ड्राई फ्रूट्स, ठंडा पानी, दर्द निवारक स्प्रे, शरीर की मालिश, चाय, गर्म पानी, दवा और शौचालय तक की पूरी व्यवस्था की गई है। यह सेवा 8 अगस्त, यानी सावन की समाप्ति तक बिना रुके जारी रहेगी।
हर दिन हजारों कांवरियों को मिल रही सेवा
नीलकंठ महादेव सेवा समिति द्वारा चलाए जा रहे इस शिविर में प्रतिदिन हजार से अधिक कांवरियों को निशुल्क भोजन कराया जा रहा है। इसके अलावा सैकड़ों लोग रोजाना यहाँ विश्राम कर रहे हैं। सेवा के लिए समर्पित लोगों की यह टोली किसी संस्था या सरकार के सहयोग से नहीं, बल्कि अपनी श्रद्धा और सेवा भावना से यह कार्य कर रही है।
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संस्थापक की प्रेरणादायक कहानी
शिविर के संस्थापक नीरज कुमार उर्फ लप्पु गुप्ता ने बताया कि वे पिछले 27 वर्षों से पैदल देवघर की यात्रा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने रास्ते में कई कांवरियों को परेशानियों में देखा। तभी उन्होंने ठान लिया कि उन्हें कांवरियों की सेवा करनी है। जब उन्होंने यह विचार औरंगाबाद में अपने दोस्तों के साथ साझा किया, तो कई लोग उनके साथ जुड़ गए। 4 साल पहले उन्होंने एक छोटा शिविर शुरू किया था, जो अब एक बड़ी सेवा मुहिम में बदल चुका है।
आज यह सेवा शिविर श्रद्धा, समर्पण और संगठन की मिसाल बन चुका है। औरंगाबाद से पहुँचे 100 से अधिक सेवक बिना किसी निजी स्वार्थ के शिवभक्तों की सेवा में जुटे हैं।