Navratri 2025: शारदीय नवरात्र की अष्टमी तिथि पर झारखंड के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। माता के दर्शन के लिए न केवल झारखंड से, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु यहां पहुंचे। श्रद्धा और भक्ति के वातावरण से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा।

इस अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया। कोलकाता से आए कारीगरों ने मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से सजाकर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्तजन मंदिर की भव्यता को निहारते हुए माता के दर्शन कर रहे थे और अपने-अपने जीवन की कामनाएं माता के चरणों में अर्पित कर रहे थे।
रोजाना मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और माता को अलग-अलग प्रकार के भोग अर्पित किए जाते हैं। भक्तों की मान्यता है कि यहां माता के दरबार में सच्चे मन से की गई प्रार्थना अवश्य पूर्ण होती है।
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रजरप्पा मंदिर की एक विशेष परंपरा भी है—यहां प्रत्येक दिन माता को बकरे की बलि चढ़ाई जाती है। यह परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है और विशेष रूप से नवरात्र के दौरान इस परंपरा में भक्त बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।
नवरात्र के इस पावन पर्व पर रजरप्पा मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बन गया है, बल्कि सांस्कृतिक और परंपरागत दृष्टि से भी यह स्थान विशेष महत्व रखता है।






