अहमदाबाद: गुरुवार दोपहर अहमदाबाद का B.J. Medical College एक दर्दनाक हवाई हादसे का केंद्र बन गया, जब एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट AI-171, टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा ना सिर्फ विमान में सवार 241 लोगों की जान ले गया, बल्कि कॉलेज परिसर में पढ़ाई कर रहे कई मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों की जान भी ले गया।
Fotografías del accidente aéreo del Boeing 787-8 de Air India. La aeronave se estrelló contra un edificio del centro académico, “BJ Medical College”, ubicado en el perímetro del aeropuerto de Ahmedabad, dejando centenares de víctimas fatales. pic.twitter.com/6h2FlAXZb4
— JP+ (@jpmasespanol) June 12, 2025
कैसे बना B.J. Medical College हादसे का शिकार?
विमान ने दोपहर करीब 1:30 बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान ने MAYDAY सिग्नल दिया और महज 625 फीट की ऊंचाई पर ही नियंत्रण खो बैठा। चंद ही क्षणों में विमान बीजे मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर में जा गिरा, जहां उस समय बड़ी संख्या में छात्र और स्टाफ मौजूद थे।
जानमाल का नुकसान
FAIMA (अखिल भारतीय चिकित्सा संघ) के मुताबिक, इस दुर्घटना में 5 MBBS छात्र, एक PG रेजिडेंट डॉक्टर और एक सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की पत्नी की मौत हो गई। इसके अलावा कॉलेज परिसर में मौजूद 60 से ज्यादा छात्र और मेडिकल स्टाफ घायल हुए हैं।
सिविल अस्पताल में अब तक 265 शव लाए जा चुके हैं, जिनमें कई की पहचान करना मुश्किल हो रहा है।
B.J. Medical College: जो कल तक ज्ञान का केंद्र था, आज शोक स्थल बना
बीजे मेडिकल कॉलेज, जो अहमदाबाद के प्रमुख शैक्षणिक चिकित्सा संस्थानों में से एक है, इस हादसे के बाद तबाही और अफरातफरी का दृश्य बन गया। क्लासरूम, हॉस्टल और अस्पताल के कुछ हिस्सों को गंभीर क्षति पहुंची है। चश्मदीदों के मुताबिक, “आसमान से लोहे का गोला गिरा और सब कुछ तबाह कर गया।”
फायर ब्रिगेड और राहत टीमें
हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय दमकल विभाग, NDRF, और एम्बुलेंस यूनिट्स घटनास्थल पर पहुंचीं। घायलों को सिविल अस्पताल और आसपास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कई छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
क्या कहा प्रशासन ने?
पुलिस उपायुक्त कानन देसाई ने कहा कि हादसे में कॉलेज परिसर के भीतर कई असैनिक हताहत हुए हैं। कॉलेज और अस्पताल प्रशासन ने परिसर को खाली करवा दिया है और छात्रों के लिए अस्थायी ठहराव की व्यवस्था की जा रही है।
छात्रों और डॉक्टरों में डर
हादसे के बाद मेडिकल कॉलेज के छात्रों में गहरा डर और सदमा है। एक छात्र ने बताया, “हम क्लास में थे, अचानक धमाके की आवाज आई और कांच टूटने लगे। हमें कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ।” कई छात्र और स्टाफ अब भी हादसे के मानसिक आघात से उबर नहीं पाए हैं।
यह हादसा यह याद दिलाता है कि विमानन सुरक्षा सिर्फ हवाई अड्डों तक सीमित नहीं रह सकती – इसका दायरा उड़ान मार्ग के हर संभावित जोखिम को कवर करना चाहिए। बीजे मेडिकल कॉलेज जैसी शैक्षणिक संस्थाएं कभी भी ऐसी आपदा की कल्पना नहीं करतीं, लेकिन अब उन्हें भी आपात प्रबंधन का हिस्सा बनना होगा।
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