Chadak Puja : झारखंड के कई जिलों में चड़क पूजा की परंपरा बरसों से चली आ रही है। वही इस वर्ष में चंद्रपुरा प्रखंड कुरूंबा पंचायत बांधडीह रटारी के शिव मंदिर प्रांगण में पूरे उत्साह के साथ हर्षोल्लाह से मनाया गया। जहां सर्वप्रथम, अपने आराध्य देवता भोक्ता भगवान शिव और नंदी की पूजा की गई।
जिसके बाद ढोल नगाड़े बाजे गाजे के साथ। शिव भक्तों ने अपने अपने पीठ के चमड़ी पर नुकीली किल घोंपकर। हठी शिव भोक्त द्वारा लगभग 25 फीट ऊंची सखुवा के खुंटे पर बांस के सहारे झूलते हुए चक्कर लगाने की। चड़क पूजा बरसों से चली आ रही परंपरा को देखा गया।
मान्यता है कि जिन जिन शिव भक्तों का मन्नत पूरी होती है। वह अपने-अपने शरीर पर किल घोंपकर। नाचते झूमते हुए भगवान शिव को खुश करने का प्रयास करते हैं। और भोक्ता भगवान शिव को अपने अटूट आस्था और भक्ति का परिचय देते हैं।