रामगढ़/कुजू- सीसीएल के कुजू क्षेत्र अंतर्गत करमा परियोजना में शुक्रवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। अवैध कोयला खनन के दौरान खदान की शाफ्ट ढहने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना सुबह करीब चार बजे महुआटुंगरी के पास परियोजना के खुले खदान क्षेत्र में हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ ग्रामीण अवैध रूप से कोयला निकालने के लिए खदान में घुसे थे। इसी दौरान अचानक खदान की शाफ्ट ढह गई और लोग मलबे में दब गए।
हादसे के तुरंत बाद राहत कार्य शुरू किया गया। तीन लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। जेसीबी और शॉवल मशीन की मदद से मलबे से एक और शव निकाला गया।
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मृतकों की पहचान: निर्मल मुंडा, वकील करमाली, इम्तियाज खान, रामेश्वर मांझी और घायलों में रोजीदा खातून (इम्तियाज खान की पत्नी), सरिता देवी, अरुण मांझी जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
सीसीएल प्रबंधन पर ग्रामीणों का गुस्सा घटना के बाद ग्रामीणों और जेएलकेएम कर्मियों ने सीसीएल प्रबंधन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रबंधन की लापरवाही और मिलीभगत के कारण क्षेत्र में वर्षों से अवैध खनन चल रहा है और इसे रोकने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
ग्रामीणों का आरोप है कि सीसीएल अधिकारियों की मिलीभगत से यह अवैध खनन चल रहा था और यह हादसा भी इसी का नतीजा है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल फिलहाल स्थानीय प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन की ओर से जांच के आदेश दिए गए हैं। लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा यह दर्शाता है कि यह महज एक हादसा नहीं बल्कि सिस्टम की विफलता है।