Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का प्रचार अभियान जैसे-जैसे अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है, राजनीतिक बयानबाजी भी तीखी होती जा रही है। ‘इंडिया’ गठबंधन (महागठबंधन) में शामिल भाकपा (माले) लिबरेशन के महासचिव Dipankar Bhattacharya ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके हालिया बयानों को लेकर करारा हमला बोला है। दीपांकर ने पीएम पर बेरोजगारी जैसे असल मुद्दों से भागने और “अशोभनीय भाषा” का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

“पकोड़ा-रील का दे रहे नुस्खा”
आज (5 नवंबर) अरवल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, दीपांकर भट्टाचार्य ने बेरोजगारी के मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरा।उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “प्रधानमंत्री बिहार के बेरोजगार युवाओं का मजाक उड़ा रहे हैं। पहले उन्होंने (पीएम मोदी ने) युवाओं को पकोड़ा तलने की बात की थी। और अब, वह बिहार आकर युवाओं को रील बनाने और मस्त रहने का नुस्खा दे रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार के पास युवाओं को देने के लिए नौकरी नहीं है, इसलिए वह ध्यान भटकाने वाली बातें कर रहे हैं।
‘कट्टा’ वाली भाषा पर कड़ा एतराज: Dipankar Bhattacharya
दीपांकर भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर भी कड़ी आपत्ति जताई, जिसमें पीएम ने आरा की रैली में कहा था कि “RJD ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर तेजस्वी को CM फेस बनवाया।” Dipankar Bhattacharya ने इस भाषा की निंदा करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री को ‘कट्टा’ और ‘कनपटी’ जैसी भाषा शोभा नहीं देती। यह प्रधानमंत्री के पद की गरिमा के खिलाफ है।” उन्होंने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि एनडीए सरकार खुद “लोकतंत्र की कनपटी पर पिस्तौल” रखकर शासन कर रही है।
‘जंगलराज’ बनाम ‘कुशासन’
एनडीए द्वारा लगातार ‘जंगलराज’ का मुद्दा उठाए जाने पर, भाकपा (माले) नेता ने कहा कि बिहार की जनता ‘जंगलराज’ को नहीं, बल्कि एनडीए के 18-19 साल के ‘कुशासन’ को देख रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी शासित राज्यों में ‘बुलडोजर राज’ चल रहा है और ‘अग्निवीर’ जैसी योजनाओं से युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री इन असल मुद्दों पर बात करने से बच रहे हैं।
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