पटना – Tejashwi Yadav: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में आंतरिक कलह और परिवारिक तनाव अब खुलकर सामने आ चुका है। तेज प्रताप यादव द्वारा पार्टी और परिवार के भीतर ‘जयचंद’ होने के आरोप के बाद आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस विवाद पर पहली बार अपनी सीधी प्रतिक्रिया दी है।
Tejashwi Yadav ने क्या कहा?
सोमवार को कोलकाता से पटना लौटे तेजस्वी यादव ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा:
“राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जो भी निर्णय लिया है, वह पार्टी और बिहार की भलाई के लिए है। उनका फैसला ही अंतिम है। अब इस पर कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं है।”
हालांकि, तेज प्रताप के ‘जयचंद’ वाले आरोप पर तेजस्वी ने सीधा जवाब देने से बचते हुए सिर्फ यह कहा कि:
“राष्ट्रीय अध्यक्ष का आदेश ही सर्वोपरि है।”
Tejashwi Yadav: तेज प्रताप का निष्कासन
तेजस्वी की यह प्रतिक्रिया तब आई जब राजद द्वारा जारी एक पत्र में तेज प्रताप यादव को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। इस पत्र पर वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के हस्ताक्षर हैं और इसमें स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि यह निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आदेश पर लिया गया है।
Tejashwi Yadav: तेज प्रताप का पलटवार
इससे पहले तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए पार्टी और परिवार के भीतर मौजूद “जयचंदों” पर आरोप लगाए थे कि:
“भाई (तेजस्वी) को मुझसे दूर करने की साजिश हो रही है… मैं कृष्ण हूं, मुझे मेरे अर्जुन से अलग नहीं किया जा सकता।”
उन्होंने पार्टी में साजिश, बदनामी और एआई से बनाई गई फर्जी तस्वीरों की बात भी की, जिससे परिवार की छवि को नुकसान हुआ।
सियासी प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी और जदयू ने चुटकी ली है। बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा:
“राजद जयचंदों की पार्टी बन गई है। यह लालू की विरासत की लड़ाई है, जो उनके बेटे-बेटियों के बीच चल रही है।”
वहीं जदयू नेताओं ने इसे राजद की पारिवारिक टूट करार दिया और कहा कि जनता को इससे कोई लेना-देना नहीं है।
पृष्ठभूमि: तेज प्रताप और अनुष्का विवाद
24 मई को तेज प्रताप यादव ने फेसबुक पर अनुष्का यादव के साथ अपने 12 साल पुराने रिश्ते की तस्वीरें पोस्ट की थीं। हालांकि, पोस्ट कुछ ही समय में डिलीट कर दी गई और कहा गया कि यह एआई के ज़रिए बनाई गई फर्जी साजिश थी। इसके अगले ही दिन लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर करने की घोषणा कर दी।
निष्कर्ष:
- तेज प्रताप यादव को राजद से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया।
- Tejashwi Yadav ने साफ कहा – “लालू जी का निर्णय अंतिम है।”
- तेज प्रताप ने पार्टी में “जयचंद” की बात कहकर गंभीर सियासी संकेत दिए।
- बीजेपी और जदयू इस पारिवारिक विवाद पर राजनीतिक लाभ उठाने में लगे हैं।
- लालू यादव ने पहली बार अपने बेटे पर कड़ा फैसला लेकर पार्टी अनुशासन का संदेश दिया है।
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