Ranchi: Jharkhand में इस साल COVID-19 से पहली मौत दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को पुष्टि की कि राजधानी रांची में 44 वर्षीय एक व्यक्ति की कोविड संक्रमण के चलते मौत हो गई है।
COVID-19 surge in India: Active cases cross 6800-mark, Jharkhand reports first death. #COVID_19 cases in India: Kerala leads the way with over 2000 cases with Gujarat crossing the 1000 mark.https://t.co/uElf3hKydo
— Amro Zakaria Abdu (@aswagalmal) June 10, 2025
मृतक हाल ही में मुंबई से लौटकर आया था और राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) में उसका इलाज चल रहा था।
Jharkhand News: मरीज को थीं कई गंभीर बीमारियां
रांची के सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने जानकारी दी कि मृतक व्यक्ति को पहले से कई गंभीर बीमारियां थीं। उन्होंने बताया,
“मरीज एस्पिरेशनल निमोनिया, एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS), सेप्टिक शॉक, हाइपरटेंशन और हाइपोथायरायडिज्म जैसी बीमारियों से जूझ रहा था। उसका COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आया था।”
Jharkhand में फिलहाल 6 सक्रिय मामले
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, झारखंड में फिलहाल कोविड के छह सक्रिय मामले हैं। 1 जनवरी 2025 से अब तक कुल 9 मरीज ठीक हो चुके हैं। यह मौत वर्ष 2025 में राज्य में कोरोना से पहली मौत मानी जा रही है।
संक्रमण की शुरुआत मुंबई से लौटे मरीज से
राज्य में इस साल संक्रमण का पहला मामला 24 मई को सामने आया था, जब एक व्यक्ति मुंबई से लौटकर रांची आया और कोविड संक्रमित पाया गया। इसके बाद ही रांची प्रशासन ने COVID-19 को लेकर एडवाइजरी जारी की थी।
प्रशासन ने जारी की सावधानी बरतने की अपील
रांची प्रशासन की ओर से जारी सलाह में नागरिकों से अपील की गई है कि अगर किसी को नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द या बुखार जैसे लक्षण हों तो वे मास्क पहनें और सार्वजनिक स्थानों पर भी मास्क का उपयोग करें।
इन लोगों को दी गई विशेष चेतावनी:
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60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग
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हृदय रोग, मधुमेह, टीबी, या कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग
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गंभीर फेफड़े, गुर्दे, या यकृत रोग से ग्रसित
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मोटापे से पीड़ित
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अपूर्ण टीकाकरण वाले व्यक्ति
प्रशासन ने इन सभी वर्गों के लोगों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने और भीड़-भाड़ से बचने की अपील की है।
क्या है आगे की तैयारी?
राज्य सरकार फिलहाल स्थिति पर नजर रखे हुए है और स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अस्पतालों को सतर्क रहने और सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। टेस्टिंग, ट्रैकिंग और टीकाकरण को दोबारा सक्रिय करने की तैयारी की जा रही है।