हाजीपुर (वैशाली): वैशाली जिला के नगर थाना में तैनात पर्यवेक्षी पदाधिकारी इंस्पेक्टर शाहिद हुसैन को तिरहुत रेंज के डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा ने निलंबित कर दिया है।
यह कार्रवाई वैशाली एसपी ललित मोहन की अनुशंसा के बाद की गई है। इंस्पेक्टर शाहिद हुसैन पर कार्य में लगातार लापरवाही, आदेशों की अवहेलना और कांडों के निष्पादन में ढिलाई के गंभीर आरोप लगे हैं।
पहले भी लग चुके हैं लापरवाही के आरोप
सूत्रों के अनुसार, अप्रैल माह में इंस्पेक्टर शाहिद हुसैन द्वारा केवल 26 मामलों में समीक्षात्मक टिप्पणी दी गई थी, जबकि नगर थाना हाजीपुर क्षेत्र में दर्ज मामलों की संख्या अधिक थी। इसके अलावा, उनके कार्यकाल के दौरान लंबित एवं अविशेष प्रतिवेदित कांडों की संख्या में वृद्धि हुई, जिसे लेकर कई बार स्पष्टीकरण की मांग भी की गई थी, लेकिन उन्होंने डीआईजी कार्यालय में कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया।
दो अहम मामलों की अनदेखी, पुलिस मुख्यालय ने जताई नाराजगी
नगर थाना में दर्ज दो महत्वपूर्ण आपराधिक मामलों में भी इंस्पेक्टर ने अब तक कोई पर्यवेक्षण नहीं किया। इस संबंध में एक पीड़ित ने डीजीपी के जनता दरबार में शिकायत की थी, जिससे मामला और भी गंभीर हो गया। पुलिस मुख्यालय ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताई थी।
निर्देशों की अवहेलना
15 मई को डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा ने वैशाली अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, इंस्पेक्टर शाहिद हुसैन और अन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इसमें अपराध अनुसंधान विभाग और कमजोर वर्ग प्रभाग की ओर से आए निर्देशों को लागू करने का सख्त आदेश दिया गया था, लेकिन इंस्पेक्टर ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।
एसपी की अनुशंसा पर कार्रवाई
अप्रैल माह में आयोजित अपराध गोष्ठी के दौरान भी एसपी ललित मोहन ने लंबित कांडों के निपटारे के निर्देश दिए थे, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद एसपी ने सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की, जिसके आधार पर डीआईजी ने इंस्पेक्टर को अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता और घोर लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया।
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