तेहरान/वॉशिंगटन/दोहा: Iran और अमेरिका के बीच तनाव अब खुली सैन्य टकराव की दिशा में बढ़ चुका है। अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बमबारी के ठीक एक दिन बाद, ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर छह मिसाइलें दागकर पलटवार किया। यह जानकारी अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स और इजरायली अधिकारियों के हवाले से सामने आई है।
Axios, citing an Israeli official, reported on Monday that Iran had launched six missiles toward the US bases in Qatar. Axios had earlier reported that Iran was preparing to fire missiles at the bases, reports Reuters. pic.twitter.com/b9x981Natd
— ANI (@ANI) June 23, 2025
“ईरान ने कतर में अमेरिकी ठिकानों को बनाया निशाना” – रिपोर्ट
AXIOS और रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान ने सोमवार सुबह कतर के अल उदीद एयरबेस को निशाना बनाकर छह मिसाइलें दागीं। यह हमला ईरान की तरफ से रविवार को हुए ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ के जवाब में किया गया, जिसमें अमेरिका ने ईरान की फोर्डो, नतांज और इस्फहान जैसी प्रमुख परमाणु साइट्स पर 14 बंकर-बस्टर बम गिराए थे।
कतर ने एहतियातन बंद किया हवाई क्षेत्र
हमले के खतरे को देखते हुए कतर ने अपना हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। कतर के विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह निर्णय “सुरक्षा कारणों से और अस्थायी रूप से” लिया गया है। अल उदीद एयरबेस, जो अमेरिका का एक प्रमुख सामरिक ठिकाना है, इस समय हाई अलर्ट पर है।
भारत ने कतर में रह रहे भारतीयों को किया सतर्क
ईरान-अमेरिका टकराव के बीच भारत सरकार ने कतर में रहने वाले अपने नागरिकों को अलर्ट जारी किया है। भारतीय दूतावास की ओर से कहा गया है,
“भारतीय समुदाय से अनुरोध है कि वह सतर्क रहें, अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और कतर प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। दूतावास समय-समय पर अपडेट देता रहेगा।”
इजराइल-ईरान युद्ध जारी, 11वें दिन भी बढ़ा तनाव
इधर, ईरान और इजराइल के बीच चल रही जंग 11वें दिन भी जारी रही। इजराइली सेना ने तेहरान में सरकार के ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जबकि ईरान ने भी इजराइल के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से जवाबी हमला किया। इजराइली सेना ने दावा किया कि उसने फोर्डो संवर्धन प्रतिष्ठान तक पहुंच को बाधित कर दिया है।
बढ़ता तनाव और वैश्विक चिंता
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाक्रम मिडिल ईस्ट में युद्ध की लपटों को और अधिक भड़का सकता है, और इससे तेल आपूर्ति, वैश्विक बाजार और आप्रवासी समुदायों पर गंभीर असर पड़ सकता है। अमेरिका ने फिलहाल जवाबी कार्रवाई को लेकर कोई नई घोषणा नहीं की है, लेकिन पेंटागन और व्हाइट हाउस में इमरजेंसी मीटिंग्स चल रही हैं।
यह भी पढ़े: Kamal Kaur Bhabhi हत्याकांड में नया मोड़, दुष्कर्म की जांच के लिए भेजे गए सैंपल