Kishtwar cloud burst: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में गुरुवार को बादल फटने के बाद आई अचानक बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है।
My thoughts and prayers are with all those affected by the cloudburst and flooding in Kishtwar, Jammu and Kashmir. The situation is being monitored closely. Rescue and relief operations are underway. Every possible assistance will be provided to those in need.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2025
इस आपदा में अब तक कम से कम 56 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अभी भी लापता हैं। यह घटना उस समय हुई जब मचैल माता मंदिर की वार्षिक यात्रा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां मौजूद थे।
Kishtwar cloud burst: बचाव और राहत अभियान
घटना के बाद, सेना और रेस्क्यू टीमों ने तुरंत राहत और बचाव अभियान शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार, बचावकर्मियों ने मलबे से 300 से अधिक लोगों को बाहर निकाला है, जिनमें से दर्जनों की हालत गंभीर है। मरने वालों में सीआईएसएफ के दो जवान भी शामिल हैं। खराब मौसम और भूस्खलन के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं।
Kishtwar cloud burst: प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्थिति का जायजा लेने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की है और आश्वासन दिया है कि एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। आपदा के मद्देनजर, मचैल माता मंदिर की वार्षिक यात्रा को स्थगित कर दिया गया है।