पटना। Digvijaya Singh: राजनीति में अचानक होने वाली मुलाकातें अक्सर बड़े सियासी संकेत छोड़ जाती हैं। शनिवार को ऐसा ही दृश्य राबड़ी देवी आवास पर देखने को मिला, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात ने महागठबंधन की राजनीति को नया मोड़ देने के संकेत दिए हैं।
VIDEO | Patna: Congress leader Digvijaya Singh visited the residence of RJD President Lalu Yadav. He says, “I came here to meet Lalu Prasad Yadav, who is a senior leader. He is like an elder brother to me and fondly calls me Digvijaya Yadav. We share a long-standing political… pic.twitter.com/GfW6kw6RQ7
— Press Trust of India (@PTI_News) June 28, 2025
करीब आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में क्या बातें हुईं, इस पर कोई औपचारिक बयान तो नहीं आया, लेकिन मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने जो कहा, वह काफी कुछ बयां करता है।
“लालू जी मुझे ‘दिग्विजय यादव’ कहकर बुलाते हैं। वो मेरे बड़े भाई हैं। उनके स्वास्थ्य की चिंता थी, इसलिए मिलने आया,”
दिग्विजय सिंह ने भावुक लहजे में कहा।
इस दौरान उनके साथ बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी मौजूद थे। दिलचस्प यह है कि दो दिन पहले ही अखिलेश सिंह ने भी तेजस्वी यादव से अलग से मुलाकात की थी और तेजस्वी को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा बताया था। इसके बाद कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी तेजस्वी को सीएम पद का स्वाभाविक दावेदार बताया था।
Digvijaya Singh News: सीट बंटवारे पर बातचीत की पृष्ठभूमि?
माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह की यह मुलाकात केवल शिष्टाचार नहीं थी, बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर सीट बंटवारे पर राजनीतिक मंथन की एक कड़ी हो सकती है। महागठबंधन में शामिल सभी दलों से उनके संभावित सीटों का ब्यौरा मांगा गया है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस बार सीटों की संख्या से ज्यादा जीत की संभावना वाली सीटों को तरजीह देने की रणनीति पर काम कर रही है। 2020 में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन सिर्फ 19 सीटें ही जीत सकी थी। इस बार पार्टी 55 से 60 सीटों पर सीमित होकर बेहतर प्रदर्शन की योजना बना रही है।
Digvijaya Singh News: कांग्रेस की नई रणनीति
प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी कुछ नई सीटों पर दावेदारी करने के साथ-साथ कुछ पुरानी सीटों को छोड़ने पर भी विचार कर रही है। पार्टी ने संभावित सीटों की प्राथमिक सूची भी तैयार कर ली है, जिसे महागठबंधन की अगली बैठक में साझा किया जाएगा।
दिग्विजय सिंह की लालू यादव से मुलाकात भले ही व्यक्तिगत जुड़ाव की भावना में लिपटी हो, लेकिन इसके राजनीतिक मायने गहरे हैं। आगामी चुनावों को लेकर गठबंधन की बुनियाद मजबूत करने की यह एक कोशिश मानी जा रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘दिग्विजय यादव’ की यह मुलाकात महागठबंधन के समीकरणों में क्या नया रंग भरती है।
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