मेरठ: Meerut Drum Case: पति की हत्या कर शव को ड्रम में छिपाने के आरोप में जेल में बंद मुस्कान रस्तोगी अब जमानत पर बाहर आना चाहती है।
पांच महीने की गर्भवती मुस्कान ने जेल प्रशासन को पत्र लिखकर हाईकोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल करने के लिए एक वकील की मांग की है। उसकी यह अर्जी स्थानीय जिला जज कोर्ट में पहले ही खारिज हो चुकी है।
Meerut Drum Case: क्या है पूरा मामला?
मेरठ के ब्रह्मपुरी की रहने वाली मुस्कान ने 2016 में इंद्रानगर के सौरभ से प्रेम विवाह किया था। सौरभ मर्चेंट नेवी में काम करता था और बाद में ब्रिटेन के एक रेस्टोरेंट में काम करने लगा। इस साल फरवरी में वह अपना पासपोर्ट रिन्यू कराने के लिए भारत आया था। इसी दौरान मुस्कान का अपने पुराने दोस्त साहिल से प्रेम प्रसंग हो गया।
मुस्कान और साहिल ने मिलकर सौरभ को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। 3 मार्च की रात, उन्होंने सौरभ को खाने में नींद की गोलियां दीं और फिर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद, दोनों ने शव के टुकड़े किए और उसे एक नीले ड्रम में सीमेंट से जमा दिया। हत्या के बाद वे हिमाचल प्रदेश चले गए थे। 17 मार्च को वे वापस आए और 18 मार्च को पुलिस ने शव बरामद कर साहिल और मुस्कान को गिरफ्तार कर लिया।
Meerut Drum Case: जमानत की कोशिश और डीएनए टेस्ट की मांग
मुस्कान 19 मार्च से जेल में है और फिलहाल पांच महीने की गर्भवती है। सौरभ के परिवार ने होने वाले बच्चे के डीएनए टेस्ट की मांग की है ताकि उसकी पहचान सुनिश्चित की जा सके।
जेल प्रशासन को भेजे गए अपने पत्र में मुस्कान ने कहा है कि चूंकि उसकी जमानत याचिका जिला कोर्ट में खारिज हो चुकी है, इसलिए उसे हाईकोर्ट में अर्जी लगाने के लिए वकील की जरूरत है। जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि मुस्कान को नियमानुसार खाना और मेडिकल देखरेख दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि मुस्कान की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में बच्चा स्वस्थ है और उसकी मेडिकल जांच नियमित रूप से की जा रही है।
इस मामले में मुस्कान और साहिल के खिलाफ सात लोगों की गवाही पूरी हो चुकी है। अब यह देखना होगा कि हाईकोर्ट मुस्कान की जमानत याचिका पर क्या फैसला लेता है।