नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के साथ फोन पर हुई बातचीत के बाद यूरोपीय यूनियन (EU) की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध को खत्म करने में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने रूस के आक्रामक रवैये को रोकने और शांति का रास्ता बनाने में भारत के प्रयासों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए भी भारत का आभार व्यक्त किया।
PM Modi News: यूक्रेन युद्ध पर वैश्विक चिंता
लेयेन ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर इस बातचीत की जानकारी साझा करते हुए बताया कि यूक्रेन का युद्ध वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा है और यह दुनिया की आर्थिक स्थिरता को भी कमजोर कर रहा है। उन्होंने इस मुद्दे को एक वैश्विक चिंता के रूप में बताया, जिस पर दुनिया के सभी देशों को मिलकर काम करना चाहिए।
PM Modi News: भारत-यूरोपीय संघ के संबंध
लेयेन ने भारत और यूरोपीय यूनियन के संबंधों की मजबूती पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष भविष्य की ओर देख रहे हैं और 2026 में होने वाले यूरोपीय संघ-भारत शिखर सम्मेलन में एक संयुक्त रणनीतिक एजेंडे पर सहमत होने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, दोनों पक्ष इस साल के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत पूरी करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी और लेयेन के बीच यह बातचीत फरवरी में हुई चर्चा का ही अगला चरण था। उस समय दोनों नेताओं ने इस साल के अंत तक इस समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति जताई थी।
गौरतलब है कि हाल ही में जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल भारत आए थे, और उस दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था कि भारत यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत को निर्णायक निष्कर्ष तक पहुंचाना चाहता है। 8 सितंबर से एफटीए पर बातचीत का 13वां दौर शुरू होगा।
भारत और यूरोपीय संघ ने जून 2022 में आठ साल के अंतराल के बाद बातचीत फिर से शुरू की थी। इसका उद्देश्य एफटीए, एक निवेश संरक्षण समझौता और भौगोलिक संकेतकों पर एक समझौते पर हस्ताक्षर करना था। हालांकि, बाजार पहुंच को लेकर मतभेदों के कारण 2013 में यह प्रक्रिया रुक गई थी।
यह बातचीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में चीन की यात्रा से लौटे हैं, और भारत लगातार रूस से तेल खरीद रहा है, जिससे अमेरिका नाराज है। ऐसे में यूरोपीय देशों के साथ भारत का लगातार संपर्क और व्यापार पर चर्चा भारत के बढ़ते वैश्विक महत्व को दर्शाती है।