पटना : Nishant Kumar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा जाति जनगणना को लेकर लिए गए फैसले को लेकर सियासी हलचल के बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने इस कदम की सराहना की है।
निशांत ने इसे “बेहतरीन और ऐतिहासिक फैसला” बताया है और कहा कि नीतीश कुमार शुरू से इसके पक्ष में थे।
नीतीश पहले से समर्थक रहे हैं: Nishant Kumar
निशांत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “केंद्र सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है। पापा ने 2022 में ही बिहार कैबिनेट से जातीय गणना का प्रस्ताव पारित करवाया था। वह तब से इस मुद्दे के प्रबल समर्थक रहे हैं।”
जाति जनगणना के मुद्दे पर एनडीए के सभी घटक दलों — बीजेपी, जेडीयू, लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी — ने भी इस फैसले को “मास्टर स्ट्रोक” करार दिया है। वहीं महागठबंधन, जिसमें आरजेडी, कांग्रेस, वाम दल और वीआईपी पार्टी शामिल हैं, इसे अपनी राजनीतिक जीत बता रहे हैं।
सीएम फेस को लेकर भी स्थिति स्पष्ट
निशांत कुमार ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि 2025 में एनडीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार उनके पिता नीतीश कुमार ही होंगे। उन्होंने कहा, “इस मुद्दे पर एनडीए में कोई भ्रम नहीं है। गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं यह स्पष्ट कर दिया है।”
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उन्होंने यह भी दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए को 225 से अधिक सीटों पर जीत मिलेगी और जनता 2010 से भी बड़ा बहुमत देगी।
स्वास्थ्य को लेकर अफवाहों को किया खारिज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत को लेकर उठ रही चिंताओं पर निशांत ने कहा कि “पापा की सेहत 100 फीसदी ठीक है। वे लगातार बिहार के विकास में जुटे हुए हैं। जनता से अपील है कि उन्हें फिर से प्रचंड बहुमत दें।”
जाति जनगणना जैसे सामाजिक-सांख्यिकीय मुद्दों पर अब सियासत तेज हो रही है और आने वाले दिनों में यह बिहार चुनाव 2025 की दिशा तय करने वाला अहम मुद्दा बन सकता है।
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