Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए आतंकी हमले में 24 से अधिक लोगों की जान चली गई.
इस हमले में बिहार के रोहतास जिले के अरूही गांव निवासी मनीष रंजन भी शहीद हो गए. वह हैदराबाद स्थित इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) दफ्तर में सेक्शन ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे और परिवार के साथ छुट्टियां मनाने कश्मीर पहुंचे थे.
Pahalgam Terrorist Attack: परिवार को बचाते हुए शहीद हुए मनीष
हमले के समय मनीष अपनी पत्नी जया देवी और दो बच्चों के साथ मौजूद थे. गोलीबारी शुरू होते ही मनीष ने पत्नी और बच्चों को बचाने की कोशिश की और उन्हें दूसरी दिशा में दौड़ने को कहा. इस दौरान मनीष उनसे अलग हो गए और आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने उनका नाम पूछने के बाद गोली चलाई. पत्नी और दोनों बच्चे सुरक्षित हैं.
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Pahalgam Terrorist Attack: बिहार लौटेगा मनीष का शव
मनीष का शव जल्द ही उनके गांव लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. परिवार में मातम पसरा हुआ है. मनीष के पिता डॉक्टर मंगलेश मिश्रा पश्चिम बंगाल के झालदा में एक इंटर कॉलेज में शिक्षक थे और अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं. मनीष के दो भाई हैं—राहुल रंजन भारतीय खाद्य निगम में कार्यरत हैं, जबकि छोटे भाई विनीत रंजन एक्साइज विभाग में हैं.
मनीष का पारिवारिक परिचय
मनीष रंजन तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. उनकी शादी 2010 में हुई थी और उनके दो बच्चे हैं—एक बेटा (12 साल) और एक बेटी (8 साल). पूर्व में वे रांची में कार्यरत थे और बाद में उनका तबादला हैदराबाद हो गया था. मनीष के दादा पारस नाथ मिश्रा भी शिक्षक रहे हैं. मनीष की शहादत से न केवल उनके परिवार में, बल्कि पूरे इलाके में शोक की लहर है.