पटना: Prashant Kishor: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले, चुनावी वादों को भुनाने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा फॉर्म भरवाने का चलन शुरू हो गया है।
इसी कड़ी में, चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने ‘परिवार लाभ कार्ड’ नामक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत, पार्टी हर परिवार को पांच अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से प्रति माह लगभग 20 हजार रुपये तक का लाभ देने का वादा कर रही है। पार्टी का दावा है कि उन्हें अब तक लगभग 50 लाख फॉर्म मिल चुके हैं।
Prashant Kishor News: ‘परिवार लाभ कार्ड’ में क्या है?
जन सुराज पार्टी अपने चुनाव चिह्न ‘स्कूल का बस्ता’ के साथ इस कार्ड का प्रचार कर रही है। कार्ड में पांच तरह के वादे किए गए हैं:
- रोजगार की गारंटी: प्रति परिवार 12,000 रुपये की मदद।
- पेंशन: वृद्धा, विधवा और दिव्यांग पेंशन के लिए 2,000 रुपये।
- खेती में मदद: नकदी फसलों के लिए मुफ्त मजदूर सुविधा के रूप में 2,500 रुपये।
- शिक्षा: स्कूली शिक्षा के लिए 1,000 रुपये।
- महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को 4% ब्याज पर 5 लाख रुपये तक के कर्ज के लिए 2,500 रुपये।
तेजस्वी की ‘माई-बहिन योजना’ पर भी विवाद
प्रशांत किशोर की तरह ही, राजद भी महिलाओं से अपनी ‘माई-बहिन मान योजना’ के तहत फॉर्म भरवा रही है, जिसके तहत सरकार बनने पर महिलाओं को प्रति माह 2,500 रुपये देने का वादा किया गया है। भाजपा के नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने राजद के इस कदम को “ठगी और झांसेबाजी” बताया है, जबकि जदयू के मंत्री विजय चौधरी ने इसे धोखाधड़ी करार दिया है।
Prashant Kishor का चुनावी अभियान
प्रशांत किशोर अपनी यात्राओं के दौरान लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे इस बार शिक्षा और रोजगार के लिए जन सुराज को वोट दें। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि अगर उनकी पार्टी कहती है, तो वह आगामी विधानसभा चुनाव में या तो तेजस्वी यादव की राघोपुर सीट से या अपने गृह क्षेत्र करगहर से चुनाव लड़ सकते हैं।